भवनाथपुर (गढ़वा) : सेल आरएमडी भवनाथपुर खदान समूह की घाघरा चूना–पत्थर खदान में एक बार फिर 32 वर्ष के बाद संकट उत्पन्न हो गया है. मजदूर भुखमरी के कगार पर खड़े हैं. घाघरा चूना–पत्थर खदान प्रदूषण विभाग द्वारा क्लियरेंस नहीं मिलने के कारण बंद हो गयी है.
मजदूर बेकार हो गये हैं. भुखमरी के कगार पर पहुंच रहे हैं. खदान खोलने के लिए मजदूर इंटक यूनियन ददई गुट के मजदूर नेता प्रदीप चौबे के नेतृत्व में 16 अगस्त से प्रशासनिक भवन पर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं. मजदूरों को इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री सह विश्रमपुर विधायक ददई दुबे पर पूरा भरोसा है.
ददई झारखंड सरकार में श्रम नियोजन व ग्रामीण विकास मंत्री हैं. खदान बंद होने के बाद मजदूरों के बीच आक्रोश बढ़ता जा रहा है. मजदूर नेता जगदीश राम कहते हैं– हमारे नेता मंत्री बन गये हैं. खदान जल्द खुलेगी.