कोलकाता: एक समय लालकृष्ण आडवाणी के तेवर आक्रामक थे और अब नरेंद्र मोदी के तेवर आक्रामक हैं. जो देश के लिए पहले भी ठीक नहीं था और अब भी नहीं. यह बातें कोलकाता प्रभात खबर कार्यालय पहुंचे बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक खास बातचीत में कहीं. उन्होंने कहा कि अगर भारत की एकता और अखंडता को बरकरार रखना है और नरेंद्र मोदी को रोकना है तो सभी सेकुलर दलों को एक छत के नीचे आना होगा.
उन्होंने कहा कि हाल ही में हेडलाइन टुडे, आजतक और इंडिया टुडे का सर्वे आया है. जिसके अनुसार आज बिहार में लोकसभा चुनाव कराया जाये तो आरजेडी को 14, भाजपा को 13, जदयू को 10 व कांग्रेस को एक सीट मिलेगी. उन्होंने कहा कि हाल ही में हमने महाराजगंज उपचुनाव सीट पर जीत हासिल की है. इससे साफ जाहिर होता है कि बिहार में हमारी स्थिति क्या है. यह जीत पार्टी की जीत है और पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद की जीत है. इस जीत के साथ ही नीतीश के पतन की शुरुआत है.
उन्होंने कहा कि हम बिहार में कमजोर नहीं हैं. विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी को करीब 54 लाख वोट मिले थे जबकि जदयू को 64 लाख वोट मिले. दोनों के बीच केवल 10 लाख वोटों के अंतर थे. सीटों पर जीत का अंतर भी 3 से 3.5 प्रतिशत था. उन्होंने कहा कि मुसलमान बेवकूफ नहीं है. नीतीश कुछ दलाल पैदा कर सोचते हैं वोट हासिल कर लेंगे तो उनकी गलतफहमी दूर हो जायेगी. वह मुसलमानों से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हैं. जब मौका मिलेगा तब हम उन्हें सबक सिखायेंगे. वैसे भी उनकी ताकत कमजोर हुई है. इस मौके पर पश्चिम बंगाल युवा राजद के अध्यक्ष बिमल सिंह भी मौजूद थे.