रांची: ग्रामीण कार्य व एनआरइपी (विशेष प्रमंडल) के मंत्री साइमन मरांडी ने अधीक्षण अभियंताओं को हर 15 दिनों में क्षेत्र भ्रमण का निर्देश दिया है. योजनाओं की स्थिति देखने के बाद उन्हें इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को देने को कहा गया है. यह काम हर 15 दिनों में करने को कहा गया है. वहीं कार्यपालक अभियंताओं से को निर्देश दिया गया है कि वे महत्वपूर्ण कार्यो के दौरान कार्य स्थल पर निश्चित रूप से रहें. इन कार्यो का सुपरविजन अधीक्षण अभियंता करेंगे. मंत्री शनिवार को एफएफपी बिल्डिंग सभागार में ग्रामीण सड़क व पुल योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे.
बैठक में विभाग के प्रधान सचिव एसके सत्पथी, अभियंता प्रमुख यदुनंदन चौधरी, मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम सहित सारे अधीक्षण व कार्यपालक अभियंता उपस्थित थे. बैठक के दौरान मंत्री ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की फेज वन से लेकर छह तक की लंबित योजनाओं को बंद करने का नि र्देश दिया मंत्री ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि राज्य संपोषित योजना से हर प्रखंड को पांच किमी सड़क दें. विधायकों की अनुशंसा और प्राथमिकता सूची के आधार पर इन सड़कों का निर्माण करायें.
विशेष प्रमंडल के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम ने मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत बन रहे पुल योजनाओं व प्रस्तावित योजनाओं पर प्रेजेंटेशन दिया. उन्होंने इस योजना के बारे में विस्तार से अपनी रिपोर्ट रखी. बैठक में मंत्री को बताया गया कि चालू वित्तीय वर्ष में राज्य संपोषित योजना के कुल बजट 406 करोड़ रुपये में से 207 करोड़ रुपये का खर्च हो गये हैं. मरम्मत मद में 50 करोड़ रुपये था, जो पूरी तरह खर्च हो गया है. जेसीएफ से 35 करोड़ ऋण लेने का प्रस्ताव दिया गया है.