मेसकौर : प्रखंड के अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए विभाग के निर्देश मिले हैं. जिले में प्रशिक्षण के लिए अप्रशिक्षित शिक्षकों की सूची बनायी गयी है. इसमें अधिकारियों की मिलीभगत से व्यापक पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया है. इससे शिक्षकों में काफी रोष है.
जानकारी के अनुसार, राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद पटना के निर्देश पर जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान नवादा द्वारा अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए दो वर्षीय डिप्लोमा के तहत प्रशिक्षण के लिए जो सूची बनायी गयी है. इसे देख कर हर शिक्षक हैरान हैं.
सूची में फर्जीवाड़ा व मनमानी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रशिक्षण के लिए आधे से अधिक शिक्षक वैसे हैं जो किसी कारण से नौकरी छोड़ दी है या फर्जी तरीके से नौकरी पाये हैं. या नौकरी से बरखास्त कर दिये गये हैं.
उत्क्रमित मध्य विद्यालय बारत शिवगंज के शिक्षक आनंदीपासवान ने बताया कि संजू कुमारी नौकरी योगदान करने के तीन महीन बाद ही छोड़ दी थी. लेकिन उसका नाम प्रशिक्षण में है. इसी प्रकार कई विद्यालयों में फर्जी बहाली के आधार पर नौकरी करने वाला शिक्षक जिनका मामला हाइ कोर्ट में चल रहा है, उन्हें भी सूची में जगह दी गयी है. इसी प्रकार 2010 व 2012 में नौकरी करने वाले अधिकतर शिक्षकों का नाम प्रशिक्षण में दिया गया है, जिनका की मुल प्रमाण पत्र का अभी तक जांच भी विभाग द्वारा नहीं करवाया गया है.
प्रशिक्षण में 57 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना है. 2007 में जो शिक्षक नियुक्त किये गये हैं उनका नाम इस प्रशिक्षण में नहीं दिया गया है. जबकि डीइओ का क हना है कि पहले 2007 वाले शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जायेगा. तब ही 2010 व 2012 वाले को प्रशिक्षित किया जाये. लेकिन अधिकारियों ने अनदेखी की है.