फुलपरास, मधुबनीः मनरेगा योजना में 44 लाख रुपये के गबन के मामले में फुलपरास प्रखंड की रामनगर पंचायत के मुखिया व रोजगार सेवक पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जिला पदाधिकारी के निर्देश पर प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी ने प्राथमिकी का निर्देश दिया था.
मालूम हो कि कार्यक्रम पदाधिकारी नवीन कुमार निश्चय ने पत्रंक 99 में मुखिया गीता देवी एवं रोजगार सेवक चंद्रभूषण पर पंचायत में चल रही मनरेगा योजना में अनियमितता का आरोप लगाया था. इसकी जांच निदेशक लेखा प्रशासन व स्व नियोजन जिला ग्रामीण विकास अभिकरण ने की थी. जांच प्रतिवेदन में रोजगार सेवक व मुखिया के मनरेगा खाते से अवैध राशि निकाले जाने का खुलासा हुआ था. मांग करने पर रोजगार सेवक ने अभिलेख जांच पदाधिकारी के समक्ष उपस्थित नहीं किया.
इस बाबत जिला पदाधिकारी ने पत्रंक 2268 से प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी फुलपरास को प्राथमिकी करने का निर्देश दिया था. मुखिया गीता देवी का कहना है कि मनरेगा योजना के तहत 2012-13, 2013-14 में आठ सौ फीट मिट्टी सड़क निर्माण, सोलह सौ फीट सोलिंग, तीस यूनिट पौधरोपण का कार्य किया गया है. अभिलेख संधारण का कार्य रोजगार सेवक का है. गलत आरोप लगा कर साजिश के तहत फंसाया गया है.
क्या है मामला
वित्तीय वर्ष 2012-13 एवं चालू वित्तीय वर्ष में मनरेगा के तहत कच्ची सड़क के निर्माण एवं पौधरोपण के मद में 44 लाख 39 हजार 148 रुपये की निकासी दिखायी गयी है. इसमें तीस यूनिट पौधरोपण के मद में निकासी की गयी है. 8 सौ फीट मिट्टी भरने एवं 16 सौ फीट सोलिंग की रिपोर्ट पंचायत ने सौंपी है, लेकिन पौधरोपण, मिट्टी भरने एवं सोलिंग का काम जांच में नहीं दिखा. जांच अधिकारी को इससे संबंधित संचिका भी नहीं सौंपी गयी. ऐसी स्थिति में विभाग में जमा रिपोर्ट के आधार पर इसका स्थल पर सत्यापन नहीं हो सका.