छपरा (कोर्ट): आयकर छापा का भय दिखा एक दंपति के खाते से लाखों रुपये की रकम निकाल कर उसे मासिक आय योजना में फिक्स करने का झांसा देकर रुपये हड़प लेने की एक प्राथमिकी भेल्दी थाना में दर्ज करायी गयी है. प्राथमिकी थाना क्षेत्र के खरदीहा निवासी देवेंद्र पांडेय की पत्नी गुड़िया देवी ने दर्ज कराते हुए शहर में स्थित बैंक ऑफ इंडिया के क्लर्क सह कैशियर उमाकांत पांडेय तथा शाखा प्रबंधक को अभियुक्त बनाया है. आरोप में महिला ने कहा कि 22 अगस्त 2012 को कैशियर उसके घर आये और कहा कि आपके खाते का जायजा लिया गया है, उस पर आयकर लगेगा. यदि बचना है तो खाते से पैसा निकाल कर उसे मासिक आय योजना में फिक्स कर दे. अगले दिन वह पति के साथ बैंक आयी और खाता से दो लाख रुपये की निकासी कर लिया, तब श्री पांडेय ने कहा कि रकम घर ले जाएं वहां आकर समझायेंगे.
अगले दिन वह घर आये और कहा कि पांच लाख रुपये का इंतजाम कीजिए और उसे एमआइएस में जमा करिए तभी आयकर से बचने के साथ ही 3850 रुपये प्रतिमाह ब्याज भी मिलेगा. महिला ने आरोप में कहा कि उन्हें झांसे में लेकर घर में रखे तीन लाख रुपये समेत पांच लाख रुपये का रकम ले लिया गया. इसके बाद वह बोले कि कल आप पति-पत्नी बैंक आ जाये, वहां पर फिक्स हो जायेगा. उनके उन्हें अनुसार वो पति के साथ 26 अगस्त 2012 को बैंक पहुंची, जहां श्री पांडेय ने बैंक के गेट पर रोकते हुए कहा कि भीतर आयकर अधिकारी आये हैं. सावधानी से पैसा जमा करना होगा.
इसके बाद वो एक कागज लाये, जिस पर 4-5 जगह हस्ताक्षर करवा भीतर ले गये और कैश रूम में झोला रखवा, वहां से चले जाने के साथ ही कहा कि कल आपके घर कागज मिल जायेगा. 27 अगस्त 2013 को श्री पांडेय घर पहुंचे और कागज देते हुए कहा कि प्रत्येक माह 3850 रुपये आपके खाता से आ जायेगा. उनके कहें अनुसार 25 सितंबर, 26 अक्तूबर, 23 नवंबर और 27 दिसंबर 2012 को 3850 रुपये मेरे खाता में आया भी. इधर 26 सितंबर 2013 को मैं अपना फिक्स तुड़वाने आयी और प्रबंधक को कागज दिखाया तो वे हंसने लगे तथा धमकी दी कि तुम लोगों को पुलिस के हवाले करेंगे तथा धमकाते हुए एक सादे कागज पर बोल बोल कर लिखवाया और गरदन में हाथ लगा कर कमरे से बाहर भगा लिया. महिला ने आरोप में कहीं है कि इस गबन में शाखा प्रबंधक भी शामिल है और दोनों की मिलीभगत से ही उसका तथा उसके देवर अरविंद पांडेय का भी पांच लाख रुपये का गबन कर लिया गया है. साथ ही देवर के खाता से पांच लाख 14 हजार रुपये की फर्जी निकासी भी कर ली गयी है.