नयी दिल्ली: वित्त मंत्रालय के आदेशों का उल्लंघन करते हुए पदों का सृजन करने और प्रोन्नत करने तथा 3.22 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का वित्तीय नुकसान पहुंचाने के मामले में कैग ने आज केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) को आड़े हाथ लिया. नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में कहा गया है कि पर्यावरण मंत्रालय […]
नयी दिल्ली: वित्त मंत्रालय के आदेशों का उल्लंघन करते हुए पदों का सृजन करने और प्रोन्नत करने तथा 3.22 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का वित्तीय नुकसान पहुंचाने के मामले में कैग ने आज केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) को आड़े हाथ लिया.
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में कहा गया है कि पर्यावरण मंत्रालय के तहत आने वाली स्वायत्त संस्था सीपीसीबी द्वारा बार बार अधिकारों को निभाने में उल्लंघन के मामलों से संकेत मिलता है कि पर्यावरण मंत्रालय का इस पर नियंत्रण नहीं है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सीपीसीबी ने 35 मामलों में अस्थाई नियुक्तियों और पदोन्नतियों के लिए कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग द्वारा जारी दिशानिर्देशों का भी उल्लंघन किया.