जलापूर्ति शाखा का प्रयास विफल
पटना : जलापूर्ति शाखा का हेल्पलाइन नंबर लोगों की समस्या का समाधान नहीं करा पा रहा है. कॉल करने पर शिकायत, तो दर्ज कर ली जाती है, लेकिन उसका समाधान कब होगा इसकी कोई जानकारी नहीं दी जाती है.
लोग शिकायत के लिए कभी अभियंता, तो कभी जल पथ निरीक्षक के मोबाइल नंबर पर कॉल करते रहते हैं. वहीं लोगों की शिकायत है कि जल पथ निरीक्षक को बार–बार कॉल करने पर कोई रिस्पांस नहीं मिलता है.
मैनुअली होता है काम
जलापूर्ति शाखा का हेल्प लाइन नंबर मैनुअली काम कर रहा है. अगर किसी व्यक्ति को जलापूर्ति से संबंधित शिकायत करना है, तो वह कॉल कर हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराते हैं. वहां कॉल अटेंड करनेवाले स्टाफ मुहल्ले का नाम, शिकायत कर्ता का नाम और समस्या आदि के बारे में पूछ–ताछ करते हैं.
शिकायतकर्ता द्वारा कंप्लेन नंबर मांगा जाता है, तो उन्हें दिया जाता है. फिर दोबारा अगर कोई कंप्लेन की स्थिति जानना चाहे, तो हेल्पलाइन नंबर से उसे कुछ भी अद्यतन जानकारी नहीं मिल पाती है. हेल्पलाइन नंबर द्वारा संबंधित जूनियर इंजीनियर और जल पाथ निरीक्षक का नंबर मुहैया करा दिया जाता है.
ऑनलाइन व्यवस्था नहीं
वहीं ऑनलाइन व्यवस्था नहीं होने के कारण किसी की भी जिम्मेवारी तय नहीं की जा सकी है. सब काम मैनुअली है, इसलिए लोगों को परेशानी हो रही है और संतोषजनक जवाब नहीं मिलता.