पटना : माकपा ने साफ कर दिया कि जदयू के साथ किसी प्रकार की दोस्ती या गंठबंधन नहीं होगा. केंद्रीय सचिव मंडल के सदस्य पूर्व सांसद व बिहार प्रभारी हन्नान मौल्ला ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से 15 साल की दोस्ती का खामियाजा वाम दल पहले ही भुगत चुका है.
अब नीतीश कुमार के साथ गये, तो अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा. रविवार को राज्य कार्यालय में संवाददाताओं से कहा कि वाम दल एक साथ काम कर रहे हैं.
विरोध मार्च 10 से
माकपा, भाकपा, आरएसपी व फारवर्ड ब्लॉक राष्ट्रीय स्तर पर एक साथ हैं, जबकि बिहार में भाकपा माले भी साथ हैं. भाकपा का जदयू से दोस्ती की संभावना नहीं है. भाजपा व कांग्रेस देश को लूटना चाहते हैं. भाजपा व आरएसएस सहित सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ 10 सितंबर से पार्टी सांप्रदायिकता विरोधी मार्च करेगा.
15 को वाम दलों का कन्वेंशन
15 सितंबर को वाम दलों के संयुक्त कन्वेंशन में वामपंथी विकल्प पेश किया जायेगा. 24 व 25 सितंबर को बाढ़–सुखाड़ मामले पर पूरे राज्य में कार्यक्रम होगा. अक्तूबर में भूमि संघर्ष तेज कर सिलिंग से फालतू जमीन पर कब्जा किया जायेगा.