भागलपुर/छपरा:सूबे में बाढ़ रौद्र रूप दिखा रही है. पटना, भागलपुर, छपरा समेत कई इलाकों में बाढ़ का पानी कहर बरपा रहा है. पटना के दियारा इलाके में जल जमाव की स्थिति बनी हुई है. लोग पलायन करने को मजबूर हैं. यहां संक्रामक बीमारियां भी फैलने लगी हैं. प्रशासन द्वारा सुविधा राहत सामग्री बांटी जा रही है, लेकिन कई क्षेत्रों में राहत सामग्री और चिकित्सा की सुविधा नहीं मिलने से लोग परेशान है. शनिवार को भागलपुर में भी गंगा का जल स्तर स्थिर होने के बाद भी खतरे के निशान से 66 सेमी ऊपर बह रही है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, शनिवार सुबह 34.34 मीटर और शाम को भी इतने ही मीटर पर जल स्तर मापा गया.
पटना, बक्सर और हाथीदह में गंगा का जलस्तर भी स्थिर है, लेकिन संभावना है कि गंगा का जल स्तर बढ़ेगा. दरअसल, गंडक व बान सागर से सोन नद में छोड़े गये पानी गंगा में मिलने पर जलस्तर और बढ़ेगा. गंगा का जल स्तर अब तक के सारे रिकॉर्ड को तोड़ चुका है. वर्ष 2003 में 34.20 मीटर जल स्तर रिकॉर्ड किया गया था. इस वर्ष भी गुरुवार सुबह 34.26 मीटर जल स्तर रिकॉर्ड किया गया था. इधर, सुल्तानगंज से लेकर पीरपैंती के बीच गंगा किनारे के गांव में बाढ़ का कहर जारी है. लोग बेबस हैं. सबौर के बाद से मललखा तक एनएच-80 डूब चुका है. इस मार्ग पर परिचालन ठप है. सबौर प्रखंड कार्यालय के पास बैरियर को पुन: लगाने के साथ-साथ चौकीदार को भी तैनात किया गया है.
भूखे पेट रहे बाढ़ पीड़ित
नहीं मिला पर्याप्त चारा
सारण के कई गांव जलम
सरयू नदी में शनिवार को चार लाख 30 हजार 190 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ और भी विकराल हो गयी है. छपरा शहर के अलावा रिविलगंज, मांझी तथा जलालपुर प्रखंडों में बाढ़ बेकाबू होने लगी है. गंगा नदी खतरे के निशान से 128 सेमी से ऊपर और सरयू नदी खतरे के निशान से 16 सेमी ऊपर बह रही है. सोन और गंगा की स्थिति स्थिर है, लेकिन सरयू नदी में यूपी के तुर्कीपार डैम से शनिवार को पानी छोड़े जाने से जल स्तर में तेजी के साथ वृद्धि शुरू हो गयी है.सोंधी नदी से रिविलगंज प्रखंड के देलहाड़ी तथा जलालपुर प्रखंड के भटवलिया और मांझी प्रखंड के मरहा में ओवर फ्लो हो रहा है. छपरा के ब्रह्पुर पोखड़ी से इनई कांटी फैक्टरी के बीच छपरा-मांझी पथ पर तैल नदी के बाढ़ के पानी का बहाव तेज हो गया है. छपरा से बलिया यूपी जानेवाली सड़क पर जयप्रभा सेतु टॉल से लेकर चौरास्ता के बीच कई स्थानों पर सरयू नदी के पानी का बहाव से सड़क का कटाव शुरू हो गया है. छपरा-सोनपुर रेलखंड पर डुमरी जुअरा से नयागांव तक बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ गया है.
नाव पलटी, 11 लोग बाल-बाल बचे
समस्तीपुर:जिले के जलालपुर चौर में शुक्रवार को नौका पलट गयी. इसमें 11 लोग डूब गये. स्थानीय लोगों ने सभी लोगों को सुरक्षित पानी से बाहर निकाला. गंगा में आयी बाढ़ से कई गांवों में पानी घुस गया है. इसके कारण लोगों ने ऊंची जगहों की तलाश में है. शुक्रवार की शाम उक्त गांव के मुकेश राय, नरेश राय, रामवृक्ष राय, सकलदेव सहनी, विश्वनाथ ठाकुर, भुल्लू राय, कंचन ठाकुर, सुरेंद्र राय, शिवनाथ राय एवं दो बच्चे गड्डू व छोटू कुमार नौका पर सवार होकर सवार होकर अपने घर जा रहे थे. नौका जैसे ही नदी के बीच में पहुंची, हवा चलने लगी. इससे नाव का संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गयी. इससे सभी सवार पानी में डूब गये. डूबते लोगों ने हल्ला करना शुरू किया. इस पर भारी मशक्कत के बाद लोगों ने इन्हें बाहर निकाला.