बक्सर: असंगठित क्षेत्र के लोगों को रेलवे द्वारा मिलने वाली इज्जत मासिक सीजन टिकट योजना का लाभ जानकारी के अभाव में नहीं मिल पा रहा है. यह योजना अगस्त 2009 से क्रियान्वित है, लेकिन यह योजना जरूरतमंद तक पहुंचाने के लिए रेलवे की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
इस वजह से इज्जत योजना का लाभ उठाने वालों की संख्या यहां बहुत कम है. रेलवे के अनुसार इज्जत मासिक सीजन टिकट योजना के तहत बहुत कम राशि देकर यात्र करने की सुविधा है.
किन्हें मिलेगा इसका फायदा
असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे मजदूरों एवं छात्रों को योजना का लाभ मिल सकता है. जिन लोगों की मासिक आय 1500 रुपये से कम हो, उन्हें यह फायदा मिल सकता है. भारत में सबसे ज्यादा रेल से यात्र करने वालों की संख्या है. ऐसे में रोजाना सफर करने वाले मजदूर, छात्र इस योजना का भरपूर लाभ उठा सकते हैं.
माह में एक या दो बनते हैं टिकट
रेलवे विभाग की मानें, तो माह में मात्र एक या दो लोग ही इज्जत योजना का लाभ लेने आते हैं. रेलवे में इज्जत योजना के लाभार्थियों की संख्या बहुत कम है. योजना में लाभार्थियों की संख्या में गिरावट आ रही है. अधिकतर लाभार्थी कुछ महीनों तक इस योजना का लाभ तो उठाते हैं, लेकिन बराबर योजना का लाभ नहीं उठाते हैं, जिससे यह योजना काफी पीछे है.
कहते हैं सीपीआइ नेता
सीपीआइ नेता सलाहुद्दीन अंसारी का मानना है कि जिले के हजारों मजदूर योजना के अंतर्गत आते हैं. रोजाना रेल से सफर करते हैं, लेकिन रेलवे विभाग योजना को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास अब तक नहीं किया है.
योजना का लाभ उठाने में जटिल प्रक्रिया होने के कारण जरूरतमंद इस योजना से बाहर हैं. श्री अंसारी ने विभाग से योजना की जानकारी लोगों तक पहुंचाने तथा सहयोग करने की बात कही.
कहते हैं लोग
मजदूर रामाशंकर, लक्ष्मण प्रसाद ने बताया कि वे रोजाना बक्सर से गहमर मजदूरी के लिए जाते हैं. इज्जत योजना के बारे में उन्हें कभी भी रेलवे की तरफ से जानकारी नहीं मिली है. छात्र रूपेश कुमार ने बताया कि वे रोजाना रेल से पढ़ने के लिए आवागमन करते हैं, जिनका मासिक आय 1500 से कम है, लेकिन पर्याप्त जानकारी के अभाव के कारण वे अब तक इस योजना के लाभ से वंचित हैं.
क्या है योजना
पूर्व रेलमंत्री ममता बनर्जी द्वारा 2009 में इज्जत योजना को लागू किया था. इज्जत योजना के तहत असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे लोगों को सस्ती मासिक टिकट सुविधा उपलब्ध कराना है. योजना के तहत 100 किलोमीटर की दूरी तक का रेल किराया एक माह के लिए मात्र 25 रुपये निर्धारित किया गया है. योजना के माध्यम से गरीब तबके के लोगों के यातायात के किराये में होने वाले खर्च को कम करने के लिए योजना को लागू की गयी है.
कैसे उठाएं लाभ
योजना का लाभ उठाने के लिए मासिक आय 1500 रुपये से कम का होना चाहिए तथा असंगठित क्षेत्र का व्यक्ति होना जरूरी है. साथ ही व्यक्ति का आय प्रमाणपत्र जरूरी है. आय प्रमाणपत्र जिला मजिस्ट्रेट से बनवा सकते हैं. विषम परिस्थिति में आय प्रमाण पत्र के रूप में किसी मान्यता प्राप्त गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार द्वारा जारी किये गये किसी भी अन्य प्रमाण पत्र से खुद को योजना के अंतर्गत ला सकते हैं.