बेतियाः मझौलिया थाना के ओझा मठिया गांव के दर्जनों महिला व पुरुष गुरुवार को एसपी के जनता दरबार में पहुंचे. सभी न्याय की मांग कर रहे थे. ग्रामीणों का आरोप था कि गांव के लोगों को फंसाने के लिये रोजी मियां व उनके सहयोगियों ने अपने–अपने घरों का सामान 27 अगस्त को ही अपनी बेटी के घर पहुंचा दिया तथा स्वयं से ही अपनी फूस की झोपड़ी में आग लगा दी है.
इस संबंध में सदर एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने सभी ग्रामीणों को स्पाट पर जाकर मामले की जांच का आश्वासन दिया. यहां बता दें कि ओझा मठिया गांव में पूर्व से ही दो गुटों में विवाद चल रहा है. जिसकी वजह से कभी एक गुट तो कभी दूसरे गुट के लोग मारपीट व प्राथमिकी दर्ज कराते आ रहे हैं. इधर 27 अगस्त की रात ओझा मठिया गांव में तीन लोगों की झोपड़ी फूंक दी गयी. पीड़ितों के बयान पर गांव के दूसरे गुट के लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
इसी को लेकर दूसरे गुट के लोग न्याय के लिये जनता दरबार में आये थे. इस संबंध में सदर एसडीपीओ श्री कौशल ने बताया कि गांव में एक सार्वजनिक भूमि पर शनिचरा स्थान है. जिसका अतिक्रमण किया जा रहा है. इसी को लेकर दोनों गुटों के लोग आपस में भिड़ते रहते हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस कार्यालय आये ग्रामीणों को समझा दिया गया है. घटना स्थल पर जाकर मामले की जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पायेगा.