नयी दिल्ली: डॉलर के मुकाबले रुपया में गिरावट से भारतीय बैंकों विशेषकर सरकारी बैंकों पर रिण का दबाव बढ़ेगा क्योंकि उनकी तनाव ङोलने की क्षमता निजी क्षेत्र के बैंकों की तुलना में कम है. यह बात वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने आज कही.
फिच ने एक बयान जारी कर कहा, भारतीय रपया में तेज गिरावट से भारतीय बैंकों पर ऋण का दबाव बढ़ेगा. सार्वजनिक क्षेत्र बैंकों पर अपेक्षाकृत अधिक दबाव होगा. इसकी वजह उनकी तनाव ङोलने की क्षमता का कम होना है.
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