सिलीगुड़ी: पहाड़ के आंदोलन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के के भड़काऊ बयानबाजी ने आग में घी डालने का काम किया हैं. उसकी बयान बाजी की वजह से ही पहाड़ की स्थित बिगड़ी हैं. उक्त बातें केन्द्रीय मंत्री दीपादास मुंशी ने कहीं. वह बुधवार को बिधान भवन में संवाददाताओं से रूबरू थीं. उन्होंने कहा कि हम पहाड़ के वासियाें की संवेदना को समझ रही हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि पहाड़ की समस्या को बातचीत के जरिए दूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पहाड़ पर इस तरह लगातार आंदोलन में छात्रों को झोंकना सही नहीं हैं. उन्होंने कहा कि पहाड़ पर शिक्षा व्यवस्था पर बिगड़ रही हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह सब कुछ ठप कर के आंदोलन करना भी ठीक नहीं हैं. इस पर विचार होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जीटीए में जो उल्लेख किया गया है, उसका राज्य सरकार ने सही तरीके से पालन नहीं किया. राज्य सरकार हमेशा ही उसमें दखल देती रही.
इससे ही माहौल बिगड़ा है. सरकार को चाहिए कि केंद्र को इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहती. बातचीत का माहौल बनाया जाता. लेकिन ऐसा नहीं कर, पुराने मामले में लोगों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया. यह सही नहीं है. राज्य सरकार दमनकारी नीति अपना रही है. उन्होंने कहा कि वह राज्य के बंटने के खिलाफ है. कांग्रेस हमेशा ही शांति की पक्षधर है. छात्र परिषद की स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए वह आयी थीं.