लखनऊ : विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगडि़या ने विहिप द्वारा प्रस्तावित अयोध्या चौरासी कोसी परिक्रमा करने की इजाजत नहीं दिये जाने तथा अयोध्या को छावनी में तब्दील किये जाने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए आज कहा कि वह यात्रा राजनीतिक गतिविधि नहीं है और उत्तर प्रदेश सरकार को इसे निकालने की अनुमति देनी चाहिये.
तोगडि़या ने यहां जारी एक बयान में कहा हम उत्तर प्रदेश सरकार से अपील करते हैं कि वह साधु-संतों तथा विहिप कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी जैसी गतिविधियां करने के बजाये उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्हें पूर्व निर्धारित कार्य के अनुरुप परिक्रमा यात्रा करने की अनुमति दें.उन्होंने कहा कि चौरासी कोसी परिक्रमा विशुद्ध रुप से संतों द्वारा की जाने वाली एक परिक्रमा यात्रा है. यह कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं है. यह अत्यन्त अचम्भित करने वाली बात है कि राज्य सरकार ने इस परिक्रमा पर रोक लगा दी है और अब तक 100 संत और विहिप कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है.
तोगडि़या ने कहा कि यह परिक्रमा 25 अगस्त से शुरु होकर 13 सितम्बर तक चलेगी और इसमें अनेक पड़ावों पर प्रत्येक स्थान पर एक दिन में केवल 150 से 200 साधु-संत चलेंगे, इसलिये बड़ी भीड़ की आशंका से इस धार्मिक कार्यक्रम को इस प्रकार से सरकार द्वारा या मीडिया द्वारा गलत रुप से दिखाना उचित नहीं है.
ज्ञातव्य है कि विहिप ने राज्य सरकार को एक पत्र लिखकर 25 अगस्त से 13 सितम्बर तक साधु-संतों तथा श्रद्धालुओं की चौरासी कोसी परिक्रमा का आयोजन करने की इजाजत मांगी थी लेकिन सरकार ने परम्परा के अनुसार इस अनुष्ठान का समय बीत जाने तथा सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इसके आयोजन की अनुमति देने से इनकार कर दिया था.