कोलकाता: प्रसिद्ध अभिनेत्री एवं सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आजमी ने आज कहा कि 23 वर्षीय छाया पत्रकार से सामूहिक बलात्कार के मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए प्रवासियों पर दोषारोपण करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
आजमी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह कहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की घटनाओं के लिए प्रवासी जिम्मेदार हैं. अगर आप महाराष्ट्र के आंकड़ों पर गौर करें तो महाराष्ट्र में 30 फीसदी से अधिक पलायन राज्य के अंदरुनी हिस्से से होता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि जल्दबाजी में इस तरह के निष्कर्षों पर पहुंचने की बजाय हमें तथ्यों को उस रुप में देखना चाहिए जैसे वे हैं और अपना ध्यान चर्चा का राजनीतिकरण करने पर नहीं बल्कि इस बात को सुनिश्चित करने पर केंद्रित करना चाहिए कि हममें से हर कोई सक्रिय नागरिक के तौर पर उन लोगों की सोच को बदलने के लिए जो भी जरुरी समाधान हो उसमें भागीदारी करे, जो बलात्कार का इस्तेमाल दमन के साधन के तौर पर करते हैं.’’आजमी ने कहा कि सामाजिक विश्लेषण किए बिना इस तरह के अपराध में क्यों वृद्धि हो रही है उसपर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी.
गत गुरुवार को मुंबई में एक इंटर्न से सामूहिक बलात्कार की निंदा करते हुए 61 वर्षीय आजमी ने कहा कि यह घटना संसद में बलात्कार के खिलाफ सख्त कानून पारित किए जाने के बाद हुई है.
एक अंग्रेजी पत्रिका में इंटर्न के तौर पर काम रही पीड़िता से गत गुरुवार की शाम को पांच लोगों ने कथित तौर पर बलात्कार किया था जब वह और उनका पुरुष साथी मुंबई के लोअर परेल इलाके में सुनसान शक्ति मिल्स परिसर में एक खबर के सिलसिले में तस्वीरें लेने गए थे. इस घटना ने दिल्ली में गत 16 दिसंबर को एक पैरा मेडिकल छात्र से बलात्कार की याद को ताजा कर दिया. इसके खिलाफ देशभर में काफी गुस्सा था.