भवनाथपुर (गढ़वा) : सेल आरएमडी (भवनाथपुर) की घाघरा चूना पत्थर खदान के मजदूर पांच सूत्री मांग पर वार्ता विफल होने के बाद तीन अधिकारियों को प्रशासनिक भवन में बंद कर दिया.
समाचार लिखे जाने तक भवन के अंदर डीजीएम आरके झा, एजीएम प्रदीप व वित्त प्रबंधक गौरी शंकर बंद थे. जानकारी के मुताबिक, मजदूर 16 अगस्त से प्रशासनिक भवन के समक्ष धरना पर बैठे हैं. मजदूरों ने वार्ता के लिए डीजीएम को शुक्रवार 11 बजे तक का समय दिया था.
इसके बाद 12 बजे मुख्य गेट बंद करने की चेतावनी दी थी. इंटक नेता प्रदीप चौबे ने डीजीएम से मिल कर मजदूरों की मांगों पर बात की. डीजीएम ने कहा कि ठेकेदार को लिखित भेजा गया है. भुगतान के लिए आप स्वयं ठेकेदार से वार्ता करें. नेता ने डीजीएम से मजदूरों के पास चल कर वार्ता करने को कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया.इससे आक्रोशित मजदूरों ने प्रशासनिक भवन के मुख्य गेट को बंद कर दिया.
वार्ता के लिए पुन: भेजा
जानकारी के मुताबिक, दिन के दो बजे वित्त प्रबंधक गौरी शंकर सिंह, लेबर इंस्पेक्टर केएम गोयल धरना स्थल आये. उन्होंने मजदूरों के बकाया भुगतान में बोनस का पैसा, साल की छुट्टी का पैसा ठेकेदार से जल्द भुगतान कराने की बात कही. मजदूरों ने इसके लिए समय निर्धारित करने को कहा, लेकिन अधिकारी ने हामी नहीं भरी. इससे वार्ता फिर असफल रही.
इधर, सीआइएसएफ के जवानों का पहरा बढ़ा दिया गया है. धरना स्थल पर प्रदीप चौबे, जगदीश राम, जसमुद्दीन अंसारी, जगरूप यादव, लालजी यादव, हबीब अंसारी सहित 168 मजदूर थे.