नयी दिल्ली : मुंबई में 23 वर्ष की फोटो पत्रकार के साथ हुए वीभत्स बलात्कार पर राज्यसभा में आज गहरी चिंता जतायी गयी तथा उद्विग्न सदस्यों ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचार पर रोष प्रकट किया. सरकार ने मुंबई की घटना पर दोषियों के खिलाफ ‘कठोरतम’ कार्रवाई का आश्वासन दिया.
शून्यकाल में मुंबई का यह मुद्दा उठाए जाने के दौरान सत्तारुढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा सदस्यों के बीच करीब दस मिनट तक इस बात को लेकर वाद विवाद हुआ कि भाजपा शासित मध्यप्रदेश में कथित रुप से बलात्कार की सबसे अधिक घटनाएं होती हैं तथा मुंबई की घटना का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए.
हंगामे के बीच ही गृह राज्य मंत्री आर पी एन सिंह ने कहा ‘‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और त्रसदीपूर्ण है… हमने राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मंगाई है और महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिया है कि दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए एवं उन्हें कठोरतम सजा देने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं.’’
इससे पूर्व शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए भाजपा की स्मृति ईरानी ने कहा कि दिल्ली में हुई सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए दिए गए तमाम आश्वासनों के बावजूद ऐसी घटनाएं हो रही हैं.
उन्होंने कहा ‘‘मैं आज लोगों की ओर से बोल रही हूं. मैं बहुत उद्विग्न हूं. इस घटना को अकेली घटना के रुप में नहीं देखा जाना चाहिए. जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं, सरकार के प्रतिनिधि खेद जताते हुए बयान देते हैं लेकिन कोई कदम नहीं उठाया जाता. हम महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर कब तक चुप और मूक दर्शक बने रहेंगे.’’