नयी दिल्ली : केदारनाथ मंदिर में पूजा फिर से आरंभ होने का समय करीब आने के साथ ही पुजारी भी तैयारियों में जुट गए हैं और शुद्धिकरण के बाद पारंपरिक विधि विधान से शुरु होने वाली पूजा पांच नवंबर तक जारी रहेगी.
मंदिर के रावल भीमशंकर लिंग ने कर्नाटक के देवणगरे से भाषा को बताया, ‘‘पूजा की तैयारियां चल रही हैं. 25 अगस्त को देहरादून में इस सिलसिले में उच्च स्तरीय बैठक भी है. सभी चाहते हैं कि केदारनाथ में पूजा जल्दी शुरु हो.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सारे विधि विधान के साथ ही पूजा आरंभ करेंगे. केदारनाथ में इतनी मौतें हुई हैं कि वहां पहले शुद्धिकरण पूजा कराई जायेगी जिसमें होम हवन होगा. इसके बाद मंदिर में जो पारंपरिक पूजा होती है, वह शुरु होगी जो पांच नवंबर तक रोज होगी.’’
इस समय कनवकुप्पी मठ में केदारनाथ में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिये विशेष रुद्राभिषेक में लगे भीमशंकर लिंग ने यह भी कहा, ‘‘पूजा में मौजूद रहने को बहुत लोग तत्पर हैं लेकिन मौसम की स्थिति और व्यवस्था को भी ध्यान में रखना होगा.’’वहीं उखीमठ से केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने कहा, ‘‘हमने पूजा सामग्री एकत्र करना शुरु कर दिया है. शुद्धिकरण और पूजा के लिये जो भी सामान चाहिये, वह उखीमठ में एकत्र हो रहा है.