हजारीबाग : पार्थोनियम हिसटेरोफोरस (गाजर घास) जागरूकता सप्ताह 16 अगस्त से 22 अगस्त तक मनाया जा रहा है. हॉलीक्रॉस कृषि विज्ञान केंद्र में इस संबंध में कार्यशाला का आयोजन किया गया.
संत रोबर्ट स्कूल के 70 बच्चे, मोंटफोर्स टेक्नीकल केंद्र के 55 बच्चे, हॉलीक्रॉस महिला जागृति केंद्र के 26 प्रशिक्षणार्थी एवं विभिन्न केंद्रों के 29 प्रशिक्षणार्थी कार्यशाला में भाग लिये. कृषि वैज्ञानिक डॉ दुष्यंत कुमार राघव ने गाजर घास के बारे में जानकारी दी.
1954 में अमेरिका से पीएल 480 कार्यक्रम के अंतर्गत गेंहू के साथ गाजर घास का बीज आया था. सर्वप्रथम 1956 में महाराष्ट्र में गाजर घास पहली बार देखी गयी. वर्ष 2000 के आसपास पूरे भारत वर्ष में गाजर घास देखी जा रही है.