आरा : अगिआंव प्रखंड के बघुअंइ उत्क्रमित मध्य विद्यालय के चापाकल में जहर डालने की बात केवल अफवाह थी, जिसका खुलासा एफएसएल की जांच रिपोर्ट आने के बाद हुआ. इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा चापाकल को सिल कर पानी के नमूने को जांच के लिए भेजा गया था.
मालूम हो कि 29 जुलाई को चापाकल से दूधनुमा उजला पानी निकलने पर विद्यालय परिसर में अफरातफरी मच गयी थी. इसकी सूचना विद्यालय प्रशासन द्वारा स्थानीय प्रशासन को दी गयी थी, जहां प्रशासन ने चापाकल को सिल कर पानी के नमूने को जांच के लिए भेज दिया था.
उत्क्रमित मध्य विद्यालय बघुअंइ में चापाकल से दूधनुमा पानी निकलने के बाद चापाकल में जहर डालने का मामला प्रकाश में आया था. इसके बाद विद्यालय प्रशासन द्वारा इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गयी थी.
अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी
इस घटना के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी, जबकि यह घटना महज अफवाह साबित हुई. एफएसएल की जांच रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि चापाकल में कुछ नहीं मिलाया गया था.