पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में सोमवार को जम कर हंगामा हुआ. अधिकारियों ने उग्र लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने. आखिरकार सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला. बाहर हंगामा कर रहे लोगों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज भी किया गया. हालांकि, पटना पुलिस के अधिकारी इस पर टिप्पणी करने से परहेज करते रहे.
धरने पर बैठे हटाये गये एसएमएस : हंगामे की शुरु आत कृषि विभाग से निकाले गये विषय वस्तु विशेषज्ञों ने की. सुनील वर्मा, अनुरंजन, अभय कुमार, संजीव कुमार व धनंजय कुमार सहित दो दर्जन हटाये गये एसएमएस मुख्यमंत्री को आवेदन देने के बाद संबंधित मंत्री के पास जाने के बजाय वहीं धरने पर बैठ गये. उनका कहना था कि कृषि स्नातक की डिग्री ले रखे आवेदकों को फिर से बहाल किया जा रहा है. फिशरीज व वेटनरी की डिग्री ले रखे लोगों की सेवा नहीं ली जा रही है. उनका कहना था कि लगभग चार सौ एसएमएस विभाग के इस निर्णय से सड़क पर आ गये हैं. पटना के डीएम डॉ एन सरवन कुमार के प्रयास से फरियादियों को कृषि मंत्री के पास भेजा गया. कृषि मंत्री से बातचीत में सकारात्मक परिणाम नहीं निकलने पर सभी फरियादी दरबार हॉल के अंतिम छोर पर जाकर बैठ गये.
जनता दरबार समाप्त होने तक वे बैठे रहे. बाद में उन्हें निकाल दिया गया. एसएमएस का हंगामा चल ही रहा था कि कृषि विभाग में ही कृषि समन्वयक पद की बहाली से अपने आप को अलग रखे जाने पर उद्यान स्नातक हंगामा करने लगे. रवि प्रकाश, अमित कुमार, मनोज कुमार, बैद्यनाथ, रवींद्र सहित अन्य फरियादियों का कहना था कि कृषि समन्वय की बहाली में उद्यान स्नातक को बाहर कर दिया गया है. राज्य में नालंदा के नूरसराय प्रखंड में एकमात्र उद्यान महाविद्यालय है. 60 छात्रों का तीन बैच डिग्री लेने के बावजूद सड़क पर है. दूसरे राज्यों में उद्यान स्नातकों को बहाल किया जाता है, पर कृषि विभाग मातहत निदेशालयों में सेवा नहीं ले रहा है.
पट गये ग्राम रक्षा दल व दलपति : इसी दौरान ग्राम रक्षा दल व दलपतियों का एक समूह अपनी मांग को लेकर हंगामा करने लगा. मनोरंजन कुमार के साथ आये लोगों का कहना था कि उन्हें 175 रुपये मासिक मानदेय के रूप में बहाल किया गया था. अब हटा दिया गया है. कोर्ट का आदेश आने पर भी विभाग बहाली नहीं कर रहा है. अचानक हो-हंगामा देख सुरक्षाकर्मियों ने दलपतियों को बाहर निकालना शुरू किया. कई लोग जमीन पर लेट गये, तो उन्हें उठा कर बाहर किया गया. इस दौरान कुछ सुरक्षाकर्मियों ने उनकी पिटाई भी कर दी. गेट से बाहर करने के बाद पुलिस ने भी लाठियां चटकायीं.