इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज आदेश दिया कि उनके राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ चर्चा किए जाने तक फांसी की सजा के कार्यान्वयन को रोक दिया जाए.जरदारी ने शरीफ को पत्र लिखा था कि वह लश्कर-ए-झंगवी के दो प्रमुख आतंकवादियों को फांसी की सजा दिए जाने पर चर्चा करना चाहते हैं. इन दोनों आतंकवादियों को अगले हफ्ते फांसी की सजा दी जानी थी.
स्थानीय चैनलों के अनुसार एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि मौत की सजा दिए जाने की तिथि नजदीक आ रही थी और राष्ट्रपति देश से बाहर हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री ने गृह मंत्रलय को आदेश दिया कि जरदारी के साथ उनकी मुलाकात होने तक फांसी को रोक दिया जाए.अगर पीएमएल-एन की सरकार फांसी दिए जाने का फैसला करती है तो पांच साल से फांसी पर लगाई गई रोक खत्म हो जाएगी. यह रोक जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की पिछली सरकार ने लगाई थी.
प्रवक्ता ने कहा कि ऐसी खबरें गलत हैं कि राष्ट्रपति ने मौत की सजा पर रोक लगाई है. कल राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने कहा था कि जरदारी दो आतंकवादियों की फांसी को लेकर प्रधानमंत्री के साथ चर्चा करना चाहते हैं.