* मुंगेर रेल सह सड़क पुल निर्माण पर लग सकता है ब्रेक
मुंगेर : मुंगेर में गंगा नदी पर निर्माणाधीन रेल सह सड़क पुल का मामला एक बार फिर अधर में लटक सकता है. क्योंकि रेल मंत्रालय ने पुल निर्माण कार्य पूरा करने के लिए अब राशि देने में असमर्थता व्यक्त की है. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनय मित्तल ने इस संदर्भ में बिहार के मुख्य सचिव को पत्र लिख कर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है.
मुंगेर वासियों की लंबी लड़ाई के बाद वर्ष 2002-03 में अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्वकाल में इस पुल को स्वीकृति मिली और खुद तत्कालीन प्रधानमंत्री ने इस परियोजना का शिलान्यास किया था. 25 दिसंबर 2002 को जब दिल्ली से रिमोट द्वारा इस पुल का शिलान्यास किया था. तो मुंगेर वासियों ने दीपावली मनायी थी.
किंतु यह पुल राजनीति के भंवर में इस प्रकार उलझता गया कि 2009 में पूर्ण होने वाला यह पूर्व अब तक निर्माणाधीन है. पूल स्वीकृत राशि उस समय 921 करोड़ थी. जो बढ़ते-बढ़ते वर्तमान में 2363 करोड़ रुपये हो गये. रेल मंत्रालय ने इस पुल के निर्माण का लक्ष्य दिसंबर 2014 निर्धारित किया.
किंतु एका-एक जिस प्रकार रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने निर्माण राशि देने से हाथ खींचा है. उससे एक बार फिर पुल निर्माण रफ्तार पर ब्रेक लग सकता है. यू तो मई 2013 में मुंगेर आये राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा की थी कि यह पुल अब अपने निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरा होगा. यदि रेल मंत्रालय राशि उपलब्ध नहीं कराती है तो राज्य सरकार अपने खर्च पर पुल का निर्माण पूर्ण करेंगी.