जमशेदपुर: जेनरिक और ब्रांडेड दवा की कीमतों में संभावित गिरावट की संभावना को लेकर रेलवे में दवा का टेंडर नहीं हो पाया है, यह स्थिति तीन – चार माह तक और बनी रह सकती है. इस बीच दवा की आपूति नहीं होने से रेलवे अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में पिछले दो माह से आवश्यक दवाओं की कमी हो गयी है. इसके चलते टाटानगर व चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में रुटीन इलाज प्रभावित हो रहा है.
चक्रधरपुर डिवीजन में 21 हजार रेलकर्मी है तथा सात हजार सेवानिवृत रेलकर्मी हैं, जिन्हें बाजार से दवा खरीदना पड़ रहा है. इसके अलावा रेलवे अस्पताल में कई बीमारियों की जांच के लिए जरूरी कमेकिल की आपूर्ति गत तीन माह से नहीं हुई है, इस कारण रक्तजांच प्रभावित हो रहा है.
सीएमएस से मुलाकात की
मेंस कांग्रेस के मंडल संयोजक एसआर मिश्र ने चक्रधरपुर के सीएमएस से मुलाकात की और दवा की कमी से रेलकर्मियों को हो रही परेशानियों से अवगत कराया.