देवघर: बेटी हो तो सगूफी जैसी. जिसने परंपरागत तरीके से पूरे माह भर रोजा रख कर परिवार व शहर का नाम रोशन किया. एसजे एकेडमी के आठवीं कक्षा की सगूफी ने विश्व कल्याण के लिए रोजा रखी. इस संबंध में उनके पिता फरमूद आलम ने कहा कि बच्ची ने रमजान में रोजा रखने की जिद की. लेकिन उसकी उम्र व विद्यालय में परीक्षा निकट देख कर संशय हो रहा था.
बावजूद इसकी इच्छा को देखते हुए हमलोगों ने हां कर दिया. वाकई इसने सभी का मन मोह लिया. 12 वर्षीय सगूफी पूरे माह भर परंपरागत तरीके से रोजा रखी.
इस दौरान एक माह में पूरी कुरान शरीफ पढ़ ली. प्रतिदिन पांच वक्त का नमाज समय पर पूरा की. इतना ही नहीं रोजे में हर दिन पढ़ने के लिए विद्यालय गयी. वहां परीक्षा में सम्मिलित भी हुई. इसने अपने नेक कर्म से पूरे परिवार का सीना चौड़ा कर दिया.