धनबाद: धनबाद पुलिस सुरेश सिंह हत्याकांड में फरार चल रहे अनिमेष सिंह उर्फ शशि सिंह की अचल संपत्ति की की तलाश में जुट गयी है. खुद एसपी अनूप टी मैथ्यू इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं. सिंह मैंशन की ज्वायंट संपत्ति में शशि की हिस्सेदारी पर भी कानूनी राय ली जा रही है. इस बात का पता लगाया जा रहा है कि शशि की अचल संपत्ति कहां-कहां है? धनबाद, बलिया व अन्य जगहों की संपत्ति के बारे में पुलिस आयकर व निबंधन विभाग से मदद ले रही है. इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि शशि के नाम स्वतंत्र व साङोदारी में कितने व्यावसायिक फार्म हैं. किन-किन बैंकों में खाते हैं, फरारी के दौरान खाते की स्थिति का भी पता लगाया जा रहा है.
घटना के 20 माह बाद भी मुख्य अभियुक्त का गिरफ्तार नहीं होने जाने को लेकर एसपी का कड़ा रूख है. संभव है कि कांड के अनुसंधानकर्ता को भी बदल दिया जाय. इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी को अनुसंधानकर्ता बनाये जाने पर विचार किया जा रहा है. पुलिस अभी कई बिंदुओं का सत्यापन कर संजीव व रामधीर को फिर पूछताछ के लिए बुलायेगी. शशि के साथ ये दोनों भी हत्याकांड में नामजद हैं.
पुलिस ने बिस्तर लगवायी थी
पुलिस की ओर से थाना में रामधीर के सोने की भी व्यवस्था कर दी थी. आधी रात के बाद फोल्डिंग खटिया, बिस्तर व तकिया उपलब्ध कराया गया था. रामधीर थानेदार के कक्ष में फोल्डिंग पर बैठे थे. योगासन और जप कर कर रहे थे. पानी की बोतल व दवा रखी हुई थी. बाहर भतीजे संजीव अपने समर्थकों के साथ जमे हुए थे. चार बजे तक वह जगे रहे. साढ़े तीन बजे धनबाद थानेदार पहुंचे और रामधीर को बताया कि आपको छोड़ा जा रहा है. बांड लिख कर देना होगा. संजीव अंदर आये व पुलिस वालों ने बांड भरवा कर चार बजे रामधीर को थाना से मुक्त कर दिया. एक ही गाड़ी में चाचा-भतीजा बैठ कर मैंशन रवाना हो गये.