रांची: सरकारी राशि गबन के मामले में राजधानी के विभिन्न थानों में दर्ज 22 मामलों के अनुसंधान के बाद भी पुलिस सरकारी अफसरों को नहीं तलाश पायी है. कई मामलों में तो पुलिस गबन में शामिल अफसरों का सत्यापन तक नहीं कर पायी है. वर्तमान में सरकारी राशि के गबन के संबंधित 11 मामलों में शामिल अफसरों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी. अनुसंधानक ने कई मामलों में केस डायरी तक लिखना छोड़ दिया है, जिस पर डीएसपी और सिटी एसपी का भी ध्यान नहीं गया.
गबन के एक मामले में कोतवाली थाने में कांड संख्या 147/ 97 के अंतर्गत प्राथमिकी में नौ सरकारी अफसर शामिल थे. इस मामले में पुलिस ने सुरेश रस्तोगी और राकेश रंजन को गिरफ्तार किया.
वहीं रामअवध तिवारी और राम नारायण तिवारी की मृत्यु हो गयी. वहीं सियाराम सिंह, केपी सिंह, एसके दिवाकर, आरएन तिवारी और आरआर सिंह की गिरफ्तारी नहीं पायी. अनुसंधान ने अंतिम बार केस डायरी 20.11.2012 तक समर्पित किया, जबकि डीएसपी और सिटी एसपी की ओर से अंतिम बार समीक्षात्मक प्रतिवेदन 29.07. 1998 को ही निर्गत किया गया था. इस वजह से केस लंबित रह गया.