फुलारीटांड़: बांसजोड़ा बस्ती के ग्रामीणों ने छेड़खानी व मारपीट के आरोप में बुधवार को खरखरी ओपी प्रभारी रामधनी राम व पुलिस के तीन जवानों को पीट दिया. इस दौरान दो जवान जान निकल भागे. पिटने वाले जवानों में विनय प्रसाद, नारायण राम व अरविंद कुमार पासवान हैं.
ओपी प्रभारी व तीनों जवानों को काफी चोट आयी है. पुलिस देर शाम जांच के लिए महेंद्र राय के घर में प्रवेश की थी. बताया जाता है कि शाम साढ़े छह बजे डीवीसी मोड़ पर पुलिस के जवानों ने बांसजोड़ा निवासी महेंद्र राय को टॉर्च की रोशनी देकर रोकना चाहा था. इस पर उनकी बकझक हो गयी. बाद में गश्ती दल ने इसकी सूचना खरखरी ओपी प्रभारी रामधनी राम को दी. श्री राम पांच सिपाहियों के साथ शाम करीब सात बजे बस्ती पहुंच गये.
ये लोग महेंद्र राय के घर में प्रवेश कर उनको खोजने लगे. आरोप है कि इस दौरान घर की महिलाओं के साथ मारपीट व छेड़खानी की गयी. इसकी भनक जैसे ही ग्रामीणों को हुई, वे बड़ी संख्या में वहां इकट्ठा हो गये. पुलिसकर्मियों को घेर कर उनकी पिटाई शुरू कर दी. इस दौरान दो पुलिस कर्मी बच कर निकल भागे, जबकि प्रभारी रामधनी राम व तीन जवान विनय प्रसाद, नारायण राम तथा अरविंद कुमार पासवान घिर गये. आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस जीप के साथ सभी को बंधक बना लिया. इनकी जम कर लानत-मलामत की.
उधर, बच कर भागे पुलिस के जवानों ने मधुबन थाना को घटना की जानकारी दी. रात साढ़े नौ बजे महुदा इंस्पेक्टर बीबी राय मधुबन, सोनारडीह व महुदा पुलिस की संयुक्त टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. काफी जद्दोजहद के बाद रात लगभग 11 बजे दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन पर ग्रामीण माने और बंधक बनाये गये लोगों को छोड़ा. ग्रामीण रामधनी राम को खरखरी ओपी से हटाने की मांग भी कर रहे थे. हम लोग महेंद्र राय के घर पूछताछ के लिए गये थे, जहां घरवालों व ग्रामीणों ने हमला बोल दिया. हमला करने वाले कोयला चोर थे.
रामधनी राम, ओपी प्रभारी