पटना: आकर्षण का केंद्र बनेंगे गंगा नदी के घाट. घाटों को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए अत्याधुनिक तरीके से सुसज्जित किया जायेगा. पटना शहर में समाहरणालय घाट से नौजर घाट तक के 20 घाटों को विकसित करने की योजना है. इसके लिए बनायी गयी योजना पर मंगलवार को बुडको के एमडी सशक्त स्थायी समिति की बैठक में प्रेजेंटेशन देंगे.
सौंदर्यीकरण व विकास पर दो अरब 43 करोड़ 27 लाख रुपये खर्च करने की योजना है. योजना की डीपीआर सेन एंड लाल कंसल्टेंट द्वारा तैयार की गयी है. इसमें समाहरणायल व भद्रघाट पर सोशियो कल्चर सेंटर का निर्माण कराया जायेगा. इससे लोग आकर्षित हो कर गंगा नदी के किनारे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे. यह शहर को एक अलग पहचान दिलायेगी और राजधानीवासी अनोखे इंटरटेनमेंट सेंटर के रूप में इसका इस्तेमाल कर सकेंगे.
चार घाटों के आधुनिकीकरण की भी है योजना : राजधानी के चार घाटों के सौंदर्यीकरण भी कराया जायेगा. इसमें समाहरणायल घाट, महेंद्रू घाट, काली घाट व पटना कॉलेज घाट का नाम शामिल है. इन घाटों को सुंदर बना यहां फल-फूल के सुंदर पौधे, लोगों के बैठने के लिए सीमेंटेड टेबल औरकैंटीनबनाने की भी योजना है. वाकिंग फुटपाथ के निर्माण भी योजना बनायी गयी है. इस फुटपाथ के निर्माण होने से लोग सुबह-शाम यहां टहल कर गंगा की लहरों का लुत्फ उठा सकेगे. इस पर वाहनों के परिचालन की अनुमति नहीं होगी.