देवघर: एमओ पवन महतो द्वारा लगाये गये आरोपों पर एसडीओ जय ज्योति सामंता ने डीसी राहुल पुरवार को अपना जवाब भेजा है. एसडीओ के अनुसार कर्त्तव्य में लापरवाही बरतने पर हुई कार्रवाई से ग्रसित एमओ पवन महतो ने उन पर गलत आरोप लगाया है. डीसी को भेजी गयी जवाब के अनुसार 28 जुलाई 2013 को संध्या पांच बजे एसडीओ ने मेला क्षेत्र में भ्रमण के दौरान नेहरु पार्क के डूम पंडाल में पेयजल व विद्युत व्यवस्था में त्रुटि पायी थी.
मेला क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था की जांच के लिए एमओ पवन महतो व मोहनपुर एमओ प्रदीप कुमार सिन्हा तथा विद्युत व्यवस्था हेतु नवीन उपाध्याय को प्रतिनियुक्त पदाधिकारी बनाया गया है. एसडीओ ने जब मोबाइल में संपर्क किया तो पवन महतो व प्रदीप सिन्हा ने कॉल रिसिव नहीं किया. जबकि नवीन का मोबाइल बंद था. यह प्रक्रिया दो-तीन बार अपनायी गयी. अंत में एसएमएस के द्वारा सभी को एसडीओ ने गोपनीय शाखा में रात्रि आठ बजे बैठक रखने की सूचना दी. रात्रि आठ बजे कार्यालय प्रकोष्ठ में जब एमओ पवन महतो व प्रदीप सिन्हा आये, उस समय एसडीओ के अनुसेवक दुखा सरदार अपनी डयुटी में गोपनीय शाखा में उपस्थित थे.
लेकिन इस दौरान पवन महतो को जिस उद्देश्य से बैठक में बुलाया गया, उसे छोड़ श्री महतो अपने वेतन भुगतान कराने के ¨बदु पर एसडीओ से उलझ पड़े. एसडीओ के अनुसार उन्होंने दुखा सरदार व पवन महतो को कोई गाली-गलौज व असंसदीय भाषा का प्रयोग नहीं किया है. उन्होंने कभी यह नहीं कहा है कि राष्ट्रपति उनके मामा हैं व उनका कुछ नहीं बिगड़ सकता है. यह महज बदनाम करने की साजिश है.