नयी दिल्ली: संसद में मानसून सत्र के पहले दिन आज पृथक तेलंगाना के गठन का मुद्दा छाया रहा. बोडोलैंड सहित नये राज्यों के गठन की मांग को लेकर हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही लगातार बाधित रही.दोनों ही सदनों में आंध्र प्रदेश के कुछ सदस्यों ने तेलंगाना गठन के प्रस्ताव के खिलाफ नारेबाजी की. वे सीमांध्र क्षेत्र के लोगों के लिए न्याय की मांग करते देखे गये.
कुछ सदस्य एकीकृत आंध्र प्रदेश के समर्थन में पोस्टर लिये हुए दिखे तो कुछ के हाथ में समाचार पत्र की वह प्रति थी, जिसमें टीआरएस प्रमुख ने कथित रुप से सीमांध्र क्षेत्र के स्टाफ से तेलंगाना छोडकर जाने को कहा था. हंगामे के बीच तेदेपा सदस्य एन शिवाप्रसाद कांग्रेस की ओर से नारेबाजी कर रहे एक सदस्य के पास आये और धमकी भरे अंदाज में कुछ कहते देखे गये लेकिन शिवाप्रसाद को उनकी पार्टी के सदस्यों ने शांत करा दिया.
संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने सदस्यों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन हंगामा थमा नहीं.
लोककसभा में कांग्रेस और तेदेपा तथा राज्यसभा में तेदेपा सदस्य आसन के सामने आकर ‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे लगा रहे थे.
राज्यसभा में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के बिस्वजीत दाइमरी ने हाथ में पोस्टर लिये आसन के सामने आ गये. तेदेपा सदस्यों आंध्र प्रदेश के विभाजन के खिलाफ हाथ में पोस्टर लिये हुए थे तो दाइमरी के हाथ में पोस्टर था, जिस पर लिखा था .. ‘‘अगर तेलंगाना तो बोडोलैंड क्यों नहीं ?’’