नयी दिल्ली: कांग्रेस और केंद्र की संप्रग सरकार पर तेलंगाना मुद्दे से गलत ढंग से निपटने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने आज कहा कि वह अपनी ओर से संसद चलाने में पूरा सहयोग करेगी लेकिन उसे आशंका है कि सत्र के कामकाज पर तेलंगाना मुद्दे की छाया पड़ सकती है. मुख्य विपक्षी पार्टी ने कहा कि वह खाद्य सुरक्षा विधेयक पर नीतिगत रुप से सहमत है लेकिन इसके कई आयामों पर चर्चा किया जाना जरुरी है.
लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर भाजपा संसदीय दल की कार्यकारी समिति की करीब दो घंटा चली बैठक के बाद राज्यसभा में पार्टी के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ बैठक में संसद सत्र में पार्टी की ओर से उठाये जाने वाले गंभीर विषयों पर चर्चा की गई. हम उत्तराखंड त्रसदी, खराब आर्थिक स्थिति, डालर के मुकाबले रुपये की कमजोर स्थिति, सीबीआई. आईबी गतिरोध, चीन का आक्रमक रुख, तेलंगाना जैसे महत्वपूर्ण विषयों को उठायेंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ जिस तरह से तेलंगाना मुद्दे से गलत ढंग से निपटा गया है, उससे पूरे क्षेत्र में अशांति की स्थिति उत्पन्न हो गई है. कांग्रेस ने यह पूरी तरह से राजनीतिक कारणों से किया है और ऐसे समय में किया है, जब चुनाव करीब आ रहे हैं.’’ प्रसाद ने कहा, ‘‘ भाजपा संसद में कामकाज चलाना चाहती है और इस दिशा में ईमानदारी से प्रयास भी करेंगे. लेकिन जिस तरह से तेलंगाना मुद्दे से गलत ढंग से निपटा गया है, उससे हमें आशंका है कि इसकी छाया संसद सत्र पर पड़ सकती है.’’ भाजपा नेता ने कहा कि जब राजग की सरकार थी तब छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और झारखंड तीन राज्यों का गठन किया गया और यह शांतिपूर्ण प्रक्रिया के तहत सम्पन्न हुआ. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि हमारा मकसद राजनीतिक नहीं बल्कि उद्देश्य पर आधारित था. जबकि कांग्रेस ने इस विषय को राजनीतिक बना दिया.