मुजफ्फफरपुर: दिन के एक बजे रून्नीसैदपुर के ठाहर गांव स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय व राजकीय द्रोपदी मध्य विद्यालय ठाहर में चापाकल का पानी पीने से बेहोश बच्चे जैसे ही एसकेएमसीएच पहुंचे, डॉक्टरों की टीम बच्चों के इलाज में जुट गयी. आनन फानन में एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ जी के ठाकुर ने इमरजेंसी वार्ड, वार्ड 2 और आइसीओ को खाली करवा सभी बच्चों को उसमें भरती कराया.
डॉक्टरों की टीम सबसे पहले यह पता लगाने में जुटी थी कि आखिर बच्चों ने जो पानी पी है. उसमें कीटनाशक कैसा है. टीम का नेतृत्व कर रहे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ ब्रज मोहन ने बच्चों के लक्षण देखने के बाद रून्नीसैदपुर के पीएचसी प्रभारी से संपर्क किया. पीएचसी प्रभारी ने उन्हें बताया कि उन्होंने लक्षण के आधार पर बच्चों को इक्ट्रोपिंग की सूई दी है.
बच्चों की देखरेख में खुद लगे थे अधीक्षक
हर बच्चों के देखरेख में खुद एसकेएमसीएच के अधीक्षक जी के ठाकुर लगे हुए थे. डॉक्टरों की टीम में शामिल डॉ जे पी मंडल, डॉ गोपाल शंकर सहनी,डॉ सतीश कुमार, डॉ विजय कुमार सिंह, डॉ मुमताज बच्चों की हर गतिविधि को देख कर उसका इलाज कर रहे थे. दिन के तीन बजे जब बच्चों व स्कूल की शिक्षिका और रसोइया से डॉक्टरों की टीम ने बात किया व उसके स्वास्थ्य की जानकारी ली, उसके बाद डॉक्टरों की टीम ने राहत की सांस ली. डॉ जी के ठाकुर ने बताया कि सभी को रात नौ बजे खिचड़ी व चोखा खाने में दिया गया है. सभी बच्चे खतरे से बाहर है. लेकिन रात भर उनके स्वास्थ्य को देखने के लिये रोक लिया गया है. सुबह सभी को देखने के बाद उन्हें छुट्टी दी जायेगी.
देखने सांसद, आरडीडी व सीतामढ़ी डीपीओ पहुंचे
एसकेएमसीएच में बच्चों को देखने सीतामढ़ी के सांसद अजरुन राय, चंद्रशेखर कुमार, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक तिरहुत प्रमंडल, सीतामढ़ी के डीपीओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता व स्कूल के प्राचार्य शीला कुमारी पहुंची. सभी बच्चों की हालत की पल पल की रिपोर्ट ले रहे थे. सांसद अजरुन राय ने डॉ जी के ठाकुर व डॉ ब्रज मोहन से बच्चों के बारे में जानकारी ली.