मोतिहारीः मुस्मात रामकली देवी शुक्रवार को सदर अंचल कार्यालय में इस उम्मीद के साथ पहुंची थी कि अंचलाधिकारी से मुलाकात होगी और उसकी समस्या का निदान होगा. इस बार भी उनका परिश्रम बेकार गया. समय करीब 11.20 बज रहे थे. हाकिम का कार्यालय खुला हुआ था, लेकिन पैरों से लड़खराते हुए अंचल कार्यालय तक पहुंची वृद्धा रामकली को कोई कर्मी यह बताने को तैयार नहीं था कि आखिर उनके हाकिम कब आयेंगे.
रामकली हाकिम के इंतजार कराने वालों की कतार में अकेली नहीं है, उसके साथ दर्जनों फरियादी जमीन संबंधी समस्या को लेकर हाकिम के इंतजार में कार्यालय के आसपास चक्कर काट रहे थे. पूछने पर रामकली बताती हैं कि उसका टाट बनकर तैयार है, लेकिन पड़ोसी जमीन पर घर नहीं बनने दे रहे हैं. डीएम विनय कुमार के जनता दरबार में 17 जुलाई को फरियाद लेकर गयी थी. डीएम के पास से आवेदन जांच के लिए अंचल कार्यालय आने की सूचना पर तीन दिनों से लगातार वह अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रही हैं. तो बासमन गांव के विरेंद्र सहनी भी अपनी समस्या को लेकर कई बार अंचलाधिकारी से मिल चुके हैं. आज भी वे अपनी समस्या के निदान की उम्मीद पर हाकिम से मिलने आये थे.
आरपीएस काउंटर पर तीन दर्जन से अधिक युवाओं की लंबी कतार लगी हुई थी. समय करीब 11. 30 बज रहा था. एक खिड़की पर आवेदन जमा करने वालों की तथा दूसरी खिड़की पर प्रमाण पत्र लेने वालों की कतार लगी थी. दोनों काउंटर की खिड़की खुली तो है, लेकिन बाबुओं की लालफीताशाही के कारण कतार में खड़े लोगों का काम नहीं हो रहा. धीरे-धीरे कतार में लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही थी. कतार में सबसे अधिक संख्या छात्रों की थी, जो पढ़ाई बाधित कर प्रमाण पत्रों के लिए आरटीपीएस का चक्कर लगा रहे थे. छात्र राहुल कुमार ने बताया कि जाति प्रमाण पत्र के लिए तीन बार आ चुका है, लेकिन हर बार प्रमाण पत्र के लिए कल आने को कहा जाता है.
समय करीब 11.50 होने वाला था. बीडीओ साहब का कार्यालय प्रकोष्ठ का ताला तो खुला है, लेकिन साहब अपने चैंबर में नहीं थे. कार्यालय के बरामदे पर साहब से मिलने वाले इंतजार में बैठे थे. कटहा पंचायत के गुलरिया गांव निवासी जुकती राय बीपीएल कूपन नहीं मिलने की शिकायत लेकर साहब के इंतजार में थे. बकौल श्री राय, पिछले साल कूपन मिला था. इस बार नहीं मिला. प्रयास करने के बाद भी पंचायत सचिव से मुलाकात नहीं हुई. हर थक कर सोचा की बीडीओ साहब से ही अपनी समस्या कहे, लेकिन साहब का भी दर्शन नहीं हो रहा. सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में नदारत दिखे. स्वास्थ्य कर्मी तो थे, लेकिन अपने हाकिम के नहीं होने का फायदा उठाकर आपस में गप मार रहे थे. यह नजारा समय करीब 12.10 बजे दिन का था. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अनिल कुमार गुप्ता का चेयर खाली पड़ा था. पूछे जाने पर कार्यालय कर्मियों ने बताया कि कुछ देर पहले सदर अस्पताल गये हैं.
कहते हैं सीओ
अंचलाधिकारी समीर कुमार शरण से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि कार्य की व्यस्तता अधिक है. इसके कारण कार्यालय में पूरे दिन समय नहीं दे पाते हैं. जरूरत के लिए मोबाइल फोन पर संपर्क किया जा सकता है.
क्या कहते हैं बीडीओ
बीडीओ मनोज कुमार ने बताया कि रमजान के अंतिम जुमे के नवाज में ड्यूटी पर था. इस कारण कार्यालय में उपस्थित नहीं हो सके.