मसलिया (दुमका) : जिले के टोंगरा थाना क्षेत्र के मुरजोड़ा गांव में एक आदिवासी महिला के साथ जानगुरु (ओझा) द्वारा दुष्कर्म किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. मिली जानकारी के मुताबिक पीड़िता पानमुनी (काल्पनिक नाम) की शादी कुछ साल पहले हुई थी. अब तक उसे कोई बच्चा नहीं है.
रह–रह कर वह बीमार भी पड़ती रहती थी. उसकी तकलीफ को देखते हुए पश्चिम बंगाल के बेलडांगा (मोहम्मद बाजार) निवासी पानमुनी के पिता ने अपने परिचित एक जानगुरु(ओझा) विनोद राणा को लेकर इलाज कराने बेटी के ससुराल लेकर पहुंचा था.
झाड़–फूंक करने के दौरान किया दुष्कर्म : जानगुरु विनोद राणा बुधवार की शाम चार बजे पानमुनी के झाड़फूंक से इलाज के लिए पहुंचा था. पहले उसने घर के आंगन में ही झाड़फूंक किया.
बाद में कहा कि खुली जगह पर उसकी तंत्रविद्या का असर नहीं हो रहा. अकेले एक कमरे के उसने अपनी तंत्र विद्या का इस्तेमाल कर उसका इलाज करने की बात कही और घर के दूसरे सदस्यों को बाहर कर दिया. अंदर कमरे में ले जाकर पहले उसने पीड़िता को एक चटाई में लेट जाने को कहा और झाड़–फूंक के लिए उसके कपड़े उतरवा दिये. इसके बाद जानगुरु ने उसके साथ दुष्कर्म किया.
इस दौरान पानमुनी के शोर मचाने पर उसकी सास कमरे के अंदर पहुंची, तो देखा कि जानगुरु उनकी पतोहु के साथ दुष्कर्म कर रहा है. आक्रोशित परिजनों ने उसे धर दबोचने का प्रयास किया, तो जानगुरु ने भागने की भी कोशिश की. हालांकि उसे ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया.
रानीश्वर के पाटुशाला का रहने वाला है जानगुरु
लगभग चालीस साल का जानगुरु विनोद राणा रानीश्वर थाना क्षेत्र के पाटुशाला गांव का रहने वाला है. पीड़िता के बयान पर टोंगरा थाना पुलिस ने उसके खिलाफ प्राथमिकी (63/13) दर्ज कर ली है, जिसमें उसे भादवि की दफा 376 के तहत आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने गुरुवार को सदर अस्पताल में उसका मेडिकल कराया.