कोलकाता: सीआइडी अधिकारी के नाम पर बड़ाबाजार के व्यापारियों को धमका कर रुपये ऐंठने के मामले में गिरफ्तार पुलिसकर्मियों ने पूछताछ में कई चौंकानेवाले खुलासे किये है.
पुलिस की बातों पर गौर करें, तो एक आरोपी ने पुलिस के सामने अपने बेटे के दिमाग के इलाज में रुपये खर्च करने की बात कही है. वहीं अन्य आरोपी ने घर की छत ढलाई करने का खुलासा किया. पुलिसकर्मियों को उन्होंने बताया कि पुलिस में नौकरी मिलने के बावजूद घर की हालत अच्छी नहीं थी. इस कारण रोजाना घरवालों से उन्हें ताना सुनने को मिलता था. इसी ताने से बचने के लिए उन्होंने इस साजिश में शामिल होने का फैसला किया था. इससे मिली राशि को उसने घर की छत की ढलाई में खर्च किया. कुछ रुपये घर बनाने वाले मिी को एडवांस किया था.
एक पुलिसकर्मी ने अपने बेटे को उच्च शिक्षा देने के लिए इस साजिश में शामिल होने की बात कही. उन्होंने बताया कि विवाह के बाद से बेटे की पढ़ाई के लिए उन्हें चिंता सतायी जा रही है. इस समस्या के हल के लिए उसे काफी रुपये की जरूरत थी. लिहाजा कुछ दिन से वह अपने मन में इस तरह के कुछ काम के बारे में सोच ही रहा था कि इस साजिश का पता चला. फिर वे भी इस गिरोह में शामिल हो गये. वहीं, एक अन्य पुलिसकर्मी ने घर बनाने के लिए भारी संख्या में ईंट खरीदने का खुलासा किया है. वहीं, एक अन्य आरोपी ने ऐंठे गये रुपये से जमीन खरीदे जाने की बात कही.
पुलिस की पूछताछ में कुल मिलाकर सभी ने कम समय में अधिक से अधिक रुपये कमाने के इरादे से ही इस गिरोह में शामिल होने की बात कबूल की है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ अब तक दो व्यापारियों ने 78 व 40 लाख रुपये (कुल एक करोड़ 18 लाख) ऐंठे जाने की शिकायत बड़ाबाजार थाने में दर्ज करायी थी. लेकिन गिरफ्तार सातों आरोपियों के पास से पुलिस को कुल 80 लाख रुपये ही मिले.