शेखपुरा : मंडल कारा में बंद महिला कैदी के साथ जेल के ही जमादार द्वारा दुष्कर्म की घटना को दबाने के लिए पीड़िता को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. पीड़िता ने बयान बदलने के लिए जेल प्रशासन पर प्रताड़ना व एक लाख रुपये का प्रलोभन देने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने भाकपा माले की महिला संगठन के नाम एक पत्र लिख कर न्याय गुहार लगायी है.
पीड़ित महिला ने अपने पत्र में लिखा है कि पांच अप्रैल, 2013 को जेल में ही तैनात एक जमादार ने उससे दुष्कर्म किया था. इस मामले में जब न्यायालय में आवेदन सौंपे जाने के बाद जांच प्रक्रिया शुरू हुई, तब उसे बयान बदलने के लिए दबाव बनाया जाने लगा. उसने आरोपित जमादार व जेल प्रशासन खिलाफ यातनाएं देने का आरोप लगाया है. इस दौरान भागलपुर जेल भेज देने व बेड़ी लगाने की भी धमकी दी गयी. इतना ही नहीं, महिला ने खाने के लिए भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. उसने न्याय नहीं मिलने पर अपनी जान दे देने की भी चेतावनी दी है.
पीड़िता ने जेल से रिहा हो रहे एक कैदी के जरिये ऐपवा को पत्र भेजा है, जबकि बुधवार को न्यायालय में पेशी के दौरान अपने सहयोगियों के जरिये पत्र को भाकपा माले नेता कमलेश कुमार मानव, राजेश कुमार राय एवं कमलेश प्रसाद तक पहुंचवाया. भाकपा माले नेताओं ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.
इधर, मंडल कारा के उपाधीक्षक डीएन मांझी ने महिला आरोपों को निराधार एवं उसके सहयोगी कैदी की साजिश बताया. वहीं, एसपी मीनू कुमारी ने बताया कि इस मामले में सारी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. एफएलसी की लंबित रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही कार्रवाई पूरी की जायेगी.
* जमादार पर दुष्कर्म करने के आरोप का मामला