धनबाद: ईद का बाजार गुलजार हो गया है. लच्छे की भीनी-भीनी खुशबू से फिजा सुगंधित होने लगी है. टोपी व इत्र बाजार में भी गरमाहट है. इस बार लच्छे में अपेक्षाकृत हल्की उछाल है. बनारस की सेवई व आसनसोल के लच्छे बाजार में उतर गये हैं. स्थानीय स्तर पर तैयार लच्छे की भी डिमांड है. डालडा से तैयार लच्छे में दस रुपये की उछाल है. इस साल 80 से 120 रुपये किलो तक लच्छा मिल रहा है.
घी से तैयार लच्छे में बीस से तीस रुपये की उछाल है. इस साल 350 से 400 रुपये किलो तक घी के लच्छे बाजार में बिक रहे हैं. बनारस की सेवई की खूब डिमांड है. यह पिछले साल से दस रुपये महंगा है. बनारस की सेवई 70 रुपये व लोकल सेवई 60 रुपये किलो है. मशीन से तैयार लच्छे की कीमत 70 रुपये किलो है.
बाजार में आया अरबी खजूर : रमजान में खजूर की डिमांड बढ़ जाती है. खजूर खाकर रोजा खोलने की परंपरा है. बाजार में देशी के अलावा विदेशी खजूर भी उपलब्ध है. देशी खजूर जहां 80 रुपये किलो है, वहीं विदेशी खजूर 500 रुपये किलो तक बिक रहे हैं. खजूर दुकानदार सुरेश प्रसाद चौरसिया की मानें तो इस बार खजूर में दस रुपये महंगा हुआ है. सउदी अरब, ईरान व तेहरान के खजूर भी बाजार में आ रहे हैं. अलब्राका, मरयानी, डगला व मयामी ब्रांड के नाम से बाजार में बिक रहे हैं. इसकी कीमत 180 से लेकर 500 रुपये तक है.