पटना: ‘अपने पिता के तीन हत्यारों को मार चुका हूं. बाकी बचे तीन को भी मार डालूंगा.’ यह कहना है प्रतिशोध की आग में जल रहे साइको किलर अमित उर्फ अविनाश श्रीवास्तव का. अमित व उसके चार साथियों को पुलिस ने शनिवार की रात बाइपास थाने की महारानी कॉलोनी स्थित जैन मंदिर के पास से गिरफ्तार किया. उनके पास से लूट के गहने, तीन देसी पिस्टल, छह कारतूस व पांच मोबाइल फोन भी बरामद किये गये. पकड़े गये अपराधियों में मुन्नी देवी (बड़ी पटनदेवी, आलमगंज) लूट का माल ठिकाने लगाने में सहयोग करती थी. अन्य अपराधियों में रवि कुमार गुप्ता (बड़ी पटनदेवी) व प्रिंस कुमार उर्फ छोटू (रामपुर, यादव लेन, बहादुरपुर) शामिल हैं. अमित कंकड़बाग थाने के अशोक नगर का रहनेवाला है.
2002 में हुई पिता की हत्या
एमसीए कर चुके अमित के पिता लाला सिन्हा उर्फ ललन श्रीवास्तव की हत्या अपराधियों ने आलमगंज इलाके में वर्ष 2002 में कर दी थी. इसके बाद अमित साइको किलर बन गया. उसके पिता की हत्या में छह अपराधी शामिल थे. अमित ने उनमें से तीन को एक-एक कर मार गिराया. वर्ष 2002 में ही उसने मोईन खान उर्फ पप्पू खान को गोलियों से छलनी कर दिया था. उसने पप्पू को 32 गोलियां मारी थीं, जिससे उसकी मौत मौके पर ही हो गयी थी. उसका कहना है कि जेल से छूटने के बाद बाकी बचे तीन को भी मौत के घाट उतार देगा.
डकैती डालने के लिए थे जमा
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि सूचना मिली कि जैन मंदिर के पूरब कुछ अपराधी हथियार के साथ जमा हैं. पुलिस ने वहां छापेमारी की, तो तीन पकड़े गये, जबकि दो अपराधी भाग गये. पकड़े गये अपराधियों की तलाशी ली गयी, तो उनके पास से हथियार व कारतूस मिले. पूछताछ में इन अपराधियों ने बताया कि वह महारानी कॉलोनी के एक घर में डकैती डालने की योजना के लिए जमा हुए थे.
बाद में पुलिस ने पटनदेवी में छापेमारी कर रवि कुमार को पकड़ लिया. उसके पास से लूट के गहने मिले. रवि की निशानदेही पर पुलिस ने उसकी मुंहबोली बहन मुन्नी देवी को भी गिरफ्तार कर उसके पास से भी लूट के सोने-चांदी के गहने बरामद किये. अपराधियों ने बताया कि बरामद गहने सात जुलाई को दिनदहाड़े बाइपास थाने के लक्ष्मी नगर स्थित एक घर में घुस कर महिला व उसके बेटे को बंधक बना कर लूटे थे. मौके से फरार एक अपराधी रणवीर उर्फ भोपट (जगदेव पथ) अब तक पुलिस के हाथ नहीं लग सका है.