चेन्नई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अनुरोध किया कि वह ईरान की एक जेल में बंद तमिलनाडु के 16 मछुआरों की रिहायी और स्वदेश वापसी सुनिश्चित करें.जयललिता ने सिंह को लिखे एक पत्र में कहा कि रामनाथपुरम, नागपट्टनम और कन्याकुमारी जिलों के रहने वाले मछुआरों के परिवार ने हाल में उन्हें एक अर्जी देकर कहा है कि वे ही परिवार के लिए रोटी रोजी का इंतजाम करने वाले थे. ये मछुआरे सउदी अरब की एक कंपनी द्वारा अनुबंध पर रखे गए थे. उन्होंने गलती से ईरानी जलसीमा में प्रवेश किया था जिसके बाद उन्हें दिसम्बर 2012 में हिरासत में ले लिया गया.
उन्होंने कहा, ‘‘विधि सहायता नहीं मिलने के चलते ईरान की एक अदालत ने छह महीने की कैद सुनाने के साथ ही प्रत्येक पर 5750 डालर का जुर्माना लगाया.’’ उन्होंने कहा कि मछुआरों ने अपनी सजा तो पूरी कर ली है लेकिन जुर्माना भरने के लिए संसाधन की कमी के चलते वे जेलों में ही बंद हैं.जयललिता ने कहा, ‘‘सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वे भारतीय दूतावास से सम्पर्क नहीं कर पाये हैं. इसके अलावा दूतावास की ओर से भी उनसे सम्पर्क करने या उन्हें कानूनी सहायता मुहैया कराने या उन पर लगाया गया जुर्माना भरकर उनकी रिहायी सुनिश्चित करने के लिए नियोक्ता कंपनी पर दबाव नहीं डाला गया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह मामला आपके संज्ञान में ला रही हूं ताकि तेहरान स्थित भारतीय दूतावास को उन गरीब मछुआरों की रिहायी सुनिश्चित कराने के लिए निर्देश देने के लिए आप तत्काल निजी हस्तक्षेप करें जो अपनी सजा पूरी करने के बावजूद जेलों में बंद हैं क्योंकि उनके पास जुर्माना भरने का कोई साधन नहीं है.’’