काहिरा : मिस्र की एक अदालत ने अपदस्थ इस्लामी राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के फलस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास के साथ साठगांठ को लेकर पूछताछ करने के लिए हिरासत में लेने का आदेश दिया है.
एमईएनए संवाद समिति के अनुसार मुर्सी से इस बारे में पूछताछ की जाएगी कि क्या उन्होंने वर्ष 2011 के प्रारंभ में थानों पर हमले एवं जेल तोडने के सिलसिले में हमास से हाथ मिलाया था. पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के खिलाफ विद्रोह के दौरान थानों पर हमले हुए थे.जेल के तोडे जाने पर मुर्सी समेत कई इस्लामी नेता भाग गए थे.
सेना द्वारा तीन जुलाई को मुर्सी को अपदस्थ किए जाने के बाद उनकी स्थिति पर यह पहला आधिकारिक बयान है. उन्हें 15 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया गया है.