मनोहरपुर : मनोहरपुर के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी बैकुंठ महतो की पुत्री सुनीता महतो और उसके पति युधिष्ठिर महतो के बीच कई दिनों से झगड़ा चल रहा था.
मंगलवार की रात को इस झगड़े ने उस समय हिंसक रूप ले लिया जब सुनीता के पति ने उसके हाथ–पांव बांध कर कुएं में डाल दिया. उसने पत्नी को मरा समझ कर खुद भी ट्रेन से कट कर जान दे दी.
घटना बिश्र थाना क्षेत्र की है. मंगलवार की रात जराइकेला रेलवे क्रॉसिंग के समीप भाड़े के मकान में रहने वाले युधिष्ठिर महतो व पत्नी सुनिता के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ.
इसके बाद युधिष्ठिर ने पत्नी सुनीता को घर के समीप एक कुएं में हाथ–पैर बांध कर फेंक दिया. खुद जराइकेला–भालूलता स्टेशन के बीच रेल पटरी पर जाकर ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर ली.
इस बावत बंडामुंडा रेल थाने में अस्वाभाविक मौत का एक मामला दर्ज किया गया है. इधर बच्चों द्वारा शोर मचाने पर आस–पड़ोस के लोगों की सहायता से सुनीता को कुएं से बाहर निकाला गया. गुरुवार को घटना की सूचना पाकर सुनीता के पिता बैकुंठ महतो अपनी बेटी को मनोहरपुर लेकर आये और यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया.
चिकित्सकों ने बताया कि सुनीता के जबड़े में गंभीर चोट आयी है. चिकित्सक पूर्णचंद्र सोरेन के मुताबिक उसके चार दांत क्षतिग्रस्त हो गये हैं. प्रारंभिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिये दंत चिकित्सक के पास रेफर कर दिया गया है.
इस बावत प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी बैकुंठ महतो ने बेटी को दामाद द्वारा कुएं में फेंके जाने की बात को सही बताया. उन्होंने कहा कि दामाद युधिष्ठिर महतो की मौत ट्रेन के नीचे आने से हो गयी है. उन्होंने घटना की बावत कोई मामला दर्ज नहीं कराने की भी जानकारी दी है.
पत्नी की जान बची, पति युधिष्ठिर महतो की मौत
पारा शिक्षिका हैं सुनीता
सुनीता महतो उत्क्रमित मध्य विद्यालय रीमडीह, मकरंडा में बतौर पारा शिक्षिका कार्यरत हैं.जबकि मृतक युधिष्ठिर महतो व्यवसायी थे.