रांची: छात्र युवा संघर्ष समिति के बैनर तले बुधवार को शहीद स्मारक स्थल पर 24 जुलाई 2002 में डोमिसाइल आंदोलन में शहीद दीपक, बबलू व आरके सिंह को श्रद्धांजलि दी गयी. इस अवसर पर उदय शंकर ओझा ने कहा कि स्थानीयता नीति नहीं बनने से सबसे ज्यादा नुकसान आदिवासियों को हुआ है.
डोमिसाइल के लिए कई लोग 1932 के खतियान को आधार बनाने की मांग कर रहे हैं, जबकि कई लोगों के पास न उस समय जमीन थी न आज कोई जमीन है. सरकार उत्तराखंड व छत्तीसगढ़ की तर्ज पर डोमिसाइल नीति बनाये.
धुरी राय ने कहा कि डोमिसाइल पर सीएम हेमंत सोरेन की नीयत साफ नहीं है. 1932 का खतियान लागू नहीं होने देंगे. इस अवसर पर दीपक वर्मा, उमेश तिवारी, महेंद्र यादव, मनोज पासवान, राम माया चंद्रवंशी, उमा राय, परमानंद राय, सुशील राय समेत अन्य लोग मौजूद थे.