सिलीगुड़ी: ‘यदि विधानसभा चुनाव के 294 सीटों पर तृणमूल अपना उम्मीदवार देती, तो भी तृणमूल जीतती.’ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस बयान को लेकर राजनीति हलको में बयानबाजी तेज हो गयी है. विशेष रूप से कांग्रेस खेमे में. कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान का कहना है कि बिना जोट के भी वह सत्ता पर काबिज हो सकती थीं. यदि उनमें इतना दम है, तो पंचायत चुनाव जीत के दिखाये.
उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री की स्मरण शक्ति कमजोर हो गयी है. उनका जन्म इसी पार्टी से हुआ है, अब हमसे अलग होकर हमी को आंख दिखा रही हैं. पंचायत चुनाव में बढ़ती हिंसा को देखते हुए उन्होंने कहा कि अभी पांचवें चरण का चुनाव होना बाकी है. पिछले चुनावों को देखते हुए हिंसा होना लाजमी है.
यह हिंसा केवल मात्र तृणमूल कर रही है. मतदाताओं को खरीदा जा रहा है. हर तरह का प्रलोभन दिया जा रहा है. उम्मीदवारों पर हमले किये जा रहे हैं. ममता बनर्जी बंदूक और गोली-बारूद के दम पर चुनाव जीतना चाहती हैं. माओवादियों का भी उनका साथ है. तीन दिवसीय उनका दौरा और कुछ नहीं, हिंसा का ब्लू प्रिंट है.