* निरीक्षण के दौरान पायी गयी गड़बड़ी पर कठोर कार्रवाई होगी
* जिले के पदाधिकारियों के साथ की बैठक
अरवल (सदर) : शिक्षा विभाग (बिहार सरकार) के संयुक्त सचिव सत्य नारायण ने मंगलवार को अरवल जिला पहुंच कर सर्किट हाउस में जिला शिक्षा पदाधिकारी रीना कुमारी, डीपीओ जगतपति चौधरी परशुराम सिंह, जयबनर्जी सहित अन्य पदाधिकारियों और कर्मियों के साथ बैठक कर शिक्षा विभाग के कार्यो की समीक्षा की.
समीक्षा के बाद संयुक्त सचिव ने जिले के भानु प्रकाश मध्य विद्यालय, अईयारा, कोचहसा, कृपया विगहा, करपी कन्या मध्य विद्यालय सहित कई विद्यालयों का निरीक्षण किया.निरीक्षण के दौरान संयुक्त सचिव ने अईयारा मध्य विद्यालय में छात्र–छात्राओं की उपस्थिति पंजी, शिक्षकों की उपस्थिति पंजी मध्याह्न् भोजन के रजिस्टर, पाठ्य पुस्तक खेल के सामग्री, शिक्षा समिति के रजिस्टर सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा करने पर पाया कि विद्यालय में नामांकन के अनुपात में छात्र–छात्राएं बहुत कम संख्या में हैं.
शिक्षकों की संख्या पर्याप्त है लेकिन अपने कर्तव्य के प्रति सजग नहीं है. खेल सामग्री होते हुए भी बच्चों को खेलने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता है. मध्याह्न् भोजन के चावल रहते हुए एक जुलाई से मध्याह्न् भोजन बंद है. पूछने पर प्रधानाध्यापक ने बताया कि हम हाल में ही पदभार ग्रहण किया है. खाता नहीं खुला है. चावल स्कूल के बजाय लोदीपुर संकुल में रखा हुआ है.
इन सब कारणों से कठिनाई हो रही है. संयुक्त सचिव ने तुरंत मध्याह्न् भोजन चालू कराने का निर्देश दिया. संयुक्त सचिव ने शिक्षक को कर्तव्यनिष्ठा का बोध कराते हुए कहा कि बच्चों के भविष्य पर ध्यान दें. मध्याह्न् भोजन में तनिक भी लापरवाही बरदाश्त नहीं की जायेगी. भोजन बनाने में पूरी सावधानी बरतें. भोजन बनने के बाद पहले रसोइया, प्रधानाध्यापक व शिक्षक खाएं. उसके बाद छात्र–छात्राओं को खिलाएं.
* बच्चों की सराहना की
निरीक्षण के क्रम में संयुक्त सचिव सत्य नारायण ने वर्ग एक से आठ तक के क्लास में पहुंच कर छात्र–छात्राओं से कई प्रश्न किये. वर्ग एक के बच्चों को ब्लैक बोर्ड पर 1 से 10 तक गिनती लिखने को कहा. बच्चों ने सही ढंग से गिनती लिखने में सफल रहे. वर्ग दो के बच्चों से अंक और अक्षर पहचाने के लिए दिया.
बच्चों ने सही उतर देने में सफल रहे. वर्ग छह, सात के बच्चो से अंगरेजी में स्पेलिंग व व्याकरण के बारे में सवाल किये. छात्राओं ने सही उत्तर दिये. संयुक्त सचिव ने बच्चों की मेधा की प्रशंसा करते हुए कहा कि सभी बच्चों में पढ़ने की जिज्ञासा है.
* भवन की कमी
भानु प्रकाश मध्य विद्यालय में नामांकित छात्र–छात्राओं की संख्या के मुताबिक भवन की कमी है. इस कारण एक ही रूम में दो–तीन वर्ग के बच्चों को बैठा कर पढ़ाई करना पड़ता है. कुछ बच्चों को तो बरामदे पर बैठ कर पढ़ना पड़ता है.
विद्यालय का चहारदीवारी नहीं है. विद्यालय में कुछ जगह है, तो उसमें भी ईंट–पत्थर यत्र–तत्र फेंका हुआ है. बच्चे खेले तो कहां. संयुक्त सचिव ने साफ–सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए प्रधानाध्यापक को निर्देश दिये. इस मौके पर उपस्थित डीपीओ परशुराम सिंह व जयबनर्जी को भी निर्देश दिये.