हिलसा (नालंदा) : सभी गरीबों को जमीन का परचा देने तथा परचाधारियों को जमीन पर बसाने के सवाल पर भाकपा माले द्वारा हिलसा एवं करायपरशुराय के अंचलाधिकारी के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया गया.
हिलसा के सूर्य मंदिर परिसर से सैकड़ों महिला पुरुषों ने सड़कों पर जुलूस की शक्ल में अंचल कार्यालय के समक्ष पहुंच कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व माले के प्रखंड सचिव रविंद्र पासवान, टाउन सचिव डॉ. सुरेंद्र राव, कार्यालय सचिव चुन्नु चंद्रवंशी, जिला कमेटी सदस्य राजबली शर्मा प्रमोद यादव, कलेंद्र पासवान तथा कम्मु राम ने किया. प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए प्रखंड सचिव रविंद्र पासवान ने कहा कि गरीबों को जमीन देने वाली नीतीश मंडली प्रकाश झा, जगदीश शर्मा तथा पीके शाही के परिवार को बियाडा की जमीन दे रही है.
अतिपिछड़ों एवं महादलितों के वोट लेकर बिहार के राजा ने गरीबों के सिर पर हाथ रख कर भस्मासुर की तरह जला कर भस्म करने का काम किया है. डॉ सुरेंद्र राव ने कहा कि सरकार अगर जमीन नहीं देती है तो गरीब अपने एकता के बल पर स्वयं जमीन पर दखल करेगी. इसमें भाकपा माले गरीबों के पक्ष में मजबूती से खड़ी रहेगी.
मुख्यमंत्री का पुतला फूंका
बिहारशरीफ (नालंदा) : माले, ऐपवा, इनौस व ठेला फुटपाथ वेंडर्स यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को स्थानीय अस्पताल चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया.
इसके पूर्व पूर्णिया समाहरणालय पर प्रदर्शन कर रहे ऐपवा कार्यकर्ताओं की अकारण गिरफ्तारी, सीवान में इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत कुशवाहा पर दायर फर्जी मुकदमा एवं स्थानीय अस्पताल चौक पर से फुटपाथी दुकानदारों को हटाये जाने के विरोध में कमरूद्दीन गंज मोहल्ला स्थित पार्टी कार्यालय से प्रतिवाद मार्च निकाला गया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने पूर्णिया घटना को लेकर झूठे मुकदमे में जेल भेजे गये निदरेष आदिवासी महिलाओं को बिना शर्त रिहा करने की सरकार से मांग की. उन्होंने कहा कि जन आंदोलन का नेतृत्व करनेवालों को जेल भेजने व फुटपाथी दुकानदारों को मारपीट कर पुलिस द्वारा भगाये जाने की घटना की जितनी भी निंदा की जाये कम होगी.
उन्होंने कहा कि अगर सरकार द्वारा निदरेष लोगों को जेल से मुक्त करने के साथ ही अन्य मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो जनविरोधी कार्रवाई की वापसी के लिए आंदोलन को और तेज किया जायेगा. इस मौके पर माले के जिला कमेट सदस्य पाल बिहारी लाल, मनमोहन, ऐपवा नेत्री सुशीला देवी, इनौस के किशोर साव, रामदेव चौधरी एवं ठेला–फुटपाथ यूनियन के मिट्ठु जी, सविता देवी, संतोष कुमार, माले के विजय सिंह, खेमस के सुनील आदि मौजूद थे.