नोवामुंडी/जगन्नाथपुर : झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र ओड़िशा स्थित प्रसिद्ध मुर्गेश्वर (मुर्गा)महादेव मंदिर स्थित ज्योतिर्लिग पर शांतिपूर्ण तरीके से जलाभिषेक कराने की तैयारी पूरी कर ली गयी है. सावन के पहले सोमवार से ही कांवरियों का जमावड़ा जलाभिषेक के लिए शुरू हो गया है.
अति प्राचीन इस मंदिर में झारखंड, ओड़िशा, बंगाल, छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए आते हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव से मन्नत मांगने पर पूरी होती है. इस आस्था के साथ ही हरेक साल कांवर लेकर श्रद्धालु जलाभिषेक करने पहुंचते हैं. मंदिर में जलाभिषेक के लिए कतारबद्ध होकर जाने के लिए रेलिंग की व्यवस्था की गयी है. मंदिर को पूरी तरह आकर्षक बनाया गया है.
ओड़िशा व झारखंड पुलिस कांवरियों की सहायता के लिये पूरी तरह मुस्तैद रहेगी. मंदिर ओड़िशा में है. इस कारण विधि–व्यवस्था बनाये रखने के लिए ओड़िशा पुलिस को तैनात किया जाता है. आज सावन की पूर्व सोमवार को पूर्णिमा के अवसर पर बड़ी संख्या में शिव भक्तों का तांता शिव लिंग पर दिन भर लगा रहा.
जगन्नाथपुर, नोवामुंडी के मुर्गा मंदिर पर भारी भीड़ देखी गयी. इसके अलावा डांगुवापोसी, वैतरणी नदी के तट पर कातिकोड़ा, तोंडहातु, मालुका में भी शिव भक्तों की भीड़ काफी जुटी. वहीं मुर्गा महादेव पहुंच कर भक्तों ने जल दूध चढ़ाये. बोल बम के नारों के बीच इस वर्ष मुर्गा महादेव जाने वाले बोल बम व डाक बम की संख्या बढ़ने की उम्मीद है.