वाशिंगटन : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस नेता शकील अहमद के उस बयान को लेकर उन पर निशाना साधा है जिसमें उन्होंने कहा था कि 2002 के गुजरात दंगों की वजह से इंडियन मुजाहिदीन अस्तित्व में आया.संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य राम माधव ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘शकील अहमद इंडियन मुजाहिदीन के प्रवक्ता की तरह व्यवहार कर रहे हैं. अहमद जैसे समर्थकों के सौजन्य से भारत में आतंकवाद फल-फूल रहा है.’’
राम माधव इन दिनों भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ अमेरिका के दौरे पर हैं. उन्होंने कहा, ‘‘शकील अहमद की ओर से आतंकवाद को उचित ठहराना हैरान करने वाला है. यह कांग्रेस ब्रांड की राजनीति है जिसने भारत में आतंकवाद के सभी स्वरुपों को पैदा किया.’’
गुजरात दंगों की उपज है इंडियन मुजाहिद्दीनः शकील अहमद
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने यह कहकर आज एक ताजा विवाद पैदा कर दिया कि गुजरात दंगों की वजह से आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का गठन हुआ जिसपर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति के लिए सांप्रदायिक कार्ड खेलने का आरोप लगाया.
कांग्रेस नेता शकील अहमद ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कहा, इंडियन मुजाहिदीन का गठन गुजरात दंगों के बाद किया गया. एनआईए ने यह बात अपने आरोप पत्र में कही है. अब भी भाजपा और आरएसएस अपनी सांप्रदायिक राजनीति से बाज नहीं आएंगे. भाजपा ने कहा कि टिप्पणियां मूर्खतापूर्ण और निंदनीय हैं क्योंकि इन संगठनों का पाकिस्तान से संबंध भलीभांति ज्ञात है.
भाजपा ने आरोप लगाया कि हताश कांग्रेस राजनैतिक परिदृश्य को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है क्योंकि जो भी गड़बड़ियां उसने की हैं उसका उसके पास कोई जवाब नहीं है. संपर्क किए जाने पर कांग्रेस महासचिव ने आतंक के मुद्दे पर श्रृंखला प्रतिक्रिया के लिए भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति को जिम्मेदार ठहराया.
अहमद ने कहा, यह (2002 के दंगे) इंडियन मुजाहिदीन के गठन के पीछे का कारण था. अगर वे अपनी सांप्रदायिक राजनीति छोड़ दें तो इंडियन मुजाहिदीन जैसे संगठनों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. भाजपा ने कहा कि यह भलीभांति ज्ञात है कि पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों की सहायता कर रहा है और उसे उकसा रहा है, जो भारत में सक्रिय हैं.
राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, कांग्रेस प्रवक्ताओं और नेताओं में जानबूझकर देश के राजनैतिक परिदृश्य को सांप्रदायिक रंग देने की प्रतिस्पर्धा छिड़ गई है क्योंकि उनके पास भ्रष्टाचार, कुशासन, महंगाई, बेरोजगारी जिससे भारत की जनता पीड़ित है उसका कोई जवाब नहीं है. उन्होंने कहा कि आतंकवादी संगठन साल 2002 के पहले भी देश में सक्रिय थे.
उन्होंने आरोप लगाया, क्यों वे राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. क्या यह तथ्य नहीं है कि इंडियन मुजाहिदीन का संपर्क पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठनों से है. क्या यह तथ्य नहीं है कि 2002 से काफी पहले सिमी का अस्तित्व था जिसकी मंशा भारत में आतंकवादी हमला करने की थी. ये सभी भलीभांति ज्ञात हैं. कृपया राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं करें. उन्होंने कहा, वोट बैंक के लिए जानबूझकर सांप्रदायिकता को भड़काने की राजनीति निंदनीय है. ता के जरिए धन मिलता है.