कालीकट:केरल के कालीकट विश्वविद्यालय ने फैसला किया है कि अब स्नातक बाद के कोर्स की छात्रएं मातृत्व अवकाश ले सकेंगी. इससे मां बनने की वजह से उनकी पढ़ाई पर विराम नहीं लगेगा. ये छात्राएं एक साल के अंतराल के बाद भी कोर्स जारी रख सकेंगी. नये नियम के अनुसार, गर्भवती छात्राओं को छुट्टी से आने के बाद पूरक परीक्षा भी नहीं देनी होगी.
उनकी परीक्षा को पहली परीक्षा ही माना जायेगा. कहा जा रहा है कि यह नियम लागू करनेवाला कालीकट विवि, पहला विश्वविद्यालय बन गया है. यह नियम फिलहाल एमसीए कोर्स में ही लागू है, लेकिन जल्द ही इसे एमबीबीएस, बीएचएमएस, बीडीएस और अन्य कोर्सो में भी लागू किये जाने की तैयारी है.
पिछली एकेडमिक काउंसिल ने इस संबंध में फैसला लिया था, लेकिन बुधवार को एमसीए पाठ्यक्रम नियमावली, 2010 में बदलाव कर इसे लागू कर दिया गया है. पुरानी व्यवस्था के अनुसार, छात्र के छुट्टी पर जाने के दौरान अगर वह परीक्षा नहीं दे पाती थी, तो उसे परीक्षा में फेल माना जाता था. तब उसे पढ़ाई जारी रखने और परीक्षा देने की अनुमति थी, लेकिन उसे पूरक परीक्षा माना जाता था. छात्र कल्याण के डीन पीवी वालसराज कहते हैं, अगर कोई पूरक परीक्षा देता है, तो उसे रैंक नहीं दी जाती. इस कारण उसे आगे प्रवेश मिलने में कठिनाई आती है.